नई दिल्ली/भाषादेश के सभी गांवों में बिजली पहुंच जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के एक दिन बाद सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम ने कहा कि यह भी इस सरकार का एक जुमला है क्योंकि ५.८० लाख गांवों में पहले की सरकारों के समय ही बिजली पहुंच चुकी थी और प्रधानमंत्री दावा कर रहे हैं कि उनके समय सभी गांवों में बिजली पहुंचाई गई। चिदंबरम ने सोमवार को भारतीय युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक में कहा, मोदी जी ने चार साल पहले कहा था कि हम शेष बचे १८ हजार गांवों में बिजली पहुंचा देंगे। उनसे पूछना चाहिए कि ५८०,००० गांवों में बिजली किसने पहुंचाई? इन गांवों में पिछली सरकारों ने बिजली पहुंचाई है। अब वे ऐसा पेश कर रहे हैं कि सभी गांवों में हमने बिजली पहुंचाई। यह भी एक जुमला है। दरअसल, मोदी ने कल ट्वीट कर रहा था, भारत के सभी गांवों में शनिवार को बिजली पहुंचा दी गई। आधिकारिक आंक़डों के अनुसार, मई २०१४ में मोदी के सत्ता संभालने के समय देश में १८,४५२ गांव बिना बिजली के थे। चिदम्बरम ने कहा कि २०१९ के लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे ब़डा मुद्दा होगी और इस ‘भयावह समस्या’’ को लेकर युवा नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष २०१४ के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करो़ड लोगों को रोजगार देने का वादा किया जिस वजह से युवाओं ने ब़डी संख्या में भाजपा को वोट दिया। लेकिन हुआ क्या ? लोगों को रोजगार मिलने के बजाय पहले की नौकरियां भी चली गईं। इससे युवाओं में आक्रोश है। चिदम्बरम ने भारतीय युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, महिलाओं को सुरक्षा, कश्मीर की स्थिति और दूसरे कई मुद्दे होंगे, लेकिन सबसे ब़डा मुद्दा बेरोजगारी का होगा।
जुमला है बिजली पहुंचाने का प्रधानमंत्री का दावा : चिदम्बरम
जुमला है बिजली पहुंचाने का प्रधानमंत्री का दावा : चिदम्बरम