नई दिल्ली। कांग्रेस ने उसके वरिष्ठ नेता अहमद पटेल पर लगाये गये आरोपों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बौखलाहट करार देते हुए शनिवार को कहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में हार सामने खड़ी देख वह ओछी राजनीति तथा षडयंत्रकारी हरकतों पर उतर आयी है।
पार्टी ने पटेल पर लगाये गये आरोपों को ध्यान बँटाने की भाजपा की साजिश करार देते हुए कहा है कि कांग्रेस उग्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा पटेल पर लगाये गये आरोपों के जवाब में यहां जारी बयान में कहा, हार सामने खड़ी देख भाजपा ओछे हथकंडों और षडयंत्रकारी हरकतों पर उतर आई है और कांग्रेस को उग्रवाद तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ मंजूर नहीं है।
रूपाणी ने गुजरात में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के दो सदस्यों की गिरफ्तारी के संबंध में पटेल को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा था कि इनमें से एक उस अस्पताल का कर्मचारी था जिसके न्यासियों में पटेल भी शामिल हैं। उन्होंने पटेल से राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की भी मॉंग की थी।
सुरजेवाला ने कहा कि गुजरात चुनाव में कामयाबी के लिए भाजपा नेता नित नया प्रपंच रचने में लगे हैं तथा ओछे हथकंडों और ऊलजलूल बयानबाजी पर उतर आये हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता ने भाजपा को राज्यसभा चुनाव में शिकस्त देने के साथ-साथ कांग्रेस विधायकों की खरीद तथा पाटीदार नेता नरेन्द्र पटेल को खरीदने के उसके प्रयासों को भी नाकाम किया है।
सुरेजवाला ने कहा कि खुद रूपाणी ने पटेल पर जिस तरह के आरोप लगाये हैं उससे पता चलता है कि राज्य की निक्कमी तथा नकारा सरकार किस हद तक गिर सकती है। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल एक न्यास द्वारा संचालित धर्मार्थ अस्पताल है और पटेल या उनके परिवार का कोई सदस्य न/न तो अस्पताल का संचालन करने वाले न्यास का सदस्य है और न/न ही अस्पताल के प्रशासनिक प्रबंधन से जुड़ा है। अस्पताल में 150 से अधिक डॉक्टर तथा अन्य कर्मचारी हैं और अहमद कासिम नाम के एक व्यक्ति ने इस अस्पताल में ईको टेक्निशियन के तौर पर काम किया तथा बाद में इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने कहा कि पटेल ने खुद कहा है कि वह उग्रवादियों तथा आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के पक्षधर हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में किसी तरह की ओछी राजनीति नहीं की जानी चाहिये। कांग्रेस इस तरह के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगी भले ही ये राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा ही किये गये हों। उन्होंने कहा कि भाजपा का नेतृत्व और उसकी सरकारें उग्रवाद से निपटने तथा राष्ट्रीय अखंडता को बनाये रखने की लड़ाई में हमेशा कमजोर साबित हुआ है।
सुरेजवाला ने कहा कि सच्चाई यह है कि गुजरात की जनता विकास, रोजगार तथा व्यवसाय से जुडे मुद्दों पर भाजपा से जवाब मांग रही है। जवाब न/न दे पाने की नाकामयाबी की छटपटाहट के चलते पूरा भाजपा नेतृत्व अब जनता का ध्यान बँटाने का षडयंत्र कर रहा है।