कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पूर्व आईपीएस भारती घोष ने आरोप लगाया है कि बंगाल में भाजपा का जनाधार बढ़ने के कारण वे खफा हो गई हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वहां अधिकारियों पर दबाव रहता है कि वे तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक ही काम करें। भारती ने आरोप लगाया कि मिदनापुर में भाजपा का जनाधार बढ़ा तो ममता उनसे खफा हो गईं। इसके बाद उन्हें दरकिनार किया जाने लगा।
उल्लेखनीय है कि भारती मिदनापुर में बतौर पुलिस अधीक्षक सेवा दे चुकी हैं। उन्होंने अब आरोप लगाया है कि जब वे तृणमूल की इच्छाओं के अनुसार काम नहीं कर रही थीं तो उन्हें वरिष्ठ अधिकारी ने फटकारा था। इसके बाद उन्हें अलग-थलग किया जाने लगा। भारती घोष इसकी एक वजह मिदनापुर में भाजपा के तेजी से बढ़ते जनाधार को भी बताती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां भाजपा का जनाधार बढ़ने लगता है कि ममता सरकार अधिकारियों के तबादले कर देती है।
भारती कहती हैं कि उन्होंने मिदनापुर में निष्पक्ष चुनाव कराए थे। जब नतीजों में भाजपा का जनाधार बढ़ता हुआ पाया गया तो तृणमूल उनसे खफा हो गई। उन्होंने कहा कि इस वजह से उन पर फर्जी केस डाला गया। उल्लेखनीय है कि भारती घोष के नाम पश्चिम बंगाल में किसी जिले की पहली महिला आईपीएस पुलिस अधीक्षक बनने का रिकॉर्ड है। उन्हें यूएन भी सम्मानित कर चुका है।
पश्चिम बंगाल में सत्ता से उनका टकराव काफी चर्चा में रहा है। उन्होंने दिसंबर 2017 में पद से इस्तीफा दे दिया था। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में जब 2014 के लोकसभा चुनाव हुए तो यहां भाजपा का विशेष जनाधार नहीं था, परंतु इसके तीन साल बाद ही साबंग विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हुए। तब भाजपा उम्मीदवार करीब 37 हजार वोट पाने में कामयाब हुआ। यह कुछ दिनों बाद ही उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया।
ये भी पढ़िए:
केजरीवाल ने दिया विपक्ष को झटका, मोदी के खिलाफ महागठबंधन में नहीं होंगे शामिल
आतंकियों से लड़ते शहीद हुआ इकलौता बेटा, पिता बोले- ‘गर्व है कि देश के काम आया’
युवती ने तकनीकी सूझबूझ से एक दिन में ढूंढ़ा स्मार्टफोन, चोर को किया पुलिस के हवाले