गुरुग्राम। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को हरियाणा की भाजपा सरकार के एक कार्यक्रम में शिरकत की। पूर्व राष्ट्रपति ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ मंच साझा किया। मुखर्जी और खट्टर ने हरचंदपुर व नयागांव में स्मार्ट ग्राम परियोजना के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी ने हरचंदपुर गांव को गोद लिया था। इससे यहां कई विकास कार्यों में तेजी आई। इस गांव के सचिवालय में वाई-फाई, डिजिटल स्क्रीन जैसी सुविधाएं हैं जो प्राय: देश के दूसरे गांवों में आसानी से नहीं पाई जातीं।
मुखर्जी का इस कार्यक्रम में शामिल होना कांग्रेस के कई नेताओं को असहज कर सकता है। चूंकि इससे पहले मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच साझा किया था। संघ ने उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया था। कार्यक्रम में शमिल होने से पहले कई नेता इशारों ही इशारों मे नाखुशी जता चुके थे लेकिन मुखर्जी उस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में देश, राष्ट्रवाद और राष्ट्रप्रेम जैसे विषयों को शामिल किया था।
अब वे हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर के साथ भाजपा के कार्यक्रम में पहुंचे हैं। सोशल मीडिया पर उनके इस कदम की सराहना भी हो रही है। यूजर्स ने कहा कि भले ही राजनीति में रहते पार्टी लाइन से हटकर कुछ भी करना या बोलना उचित नहीं माना जाता, परंतु राष्ट्रपति के पद से सेवानिवृत्ति के पश्चात विकास कार्यों के लिए पुराने मतभेदों को भुलाकर एक मंच पर आना हमारे लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है।
प्रणब मुखर्जी के फाउंडेशन ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह स्मार्ट ग्राम प्रोजेक्ट के अंतर्गत गोद लिए हुए गांवों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम कर रहा है। इसके तहत लोगों को प्रशिक्षण, संसाधन और आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराई जाती है। पूर्व राष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल में हरियाणा के कुछ गांवों को गोद लिया था। वे आज भी उनके विकास के लिए प्रयासरत हैं।
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