सवाई माधोपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को एक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे को फिर गरमा दिया। सवाई माधोपुर में शाह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए दीमक के समान हैं, जो हमारी चुनाव व्यवस्था को खाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनआरसी के जरिए ऐसे लाखों घुसपैठियों को पहचानने का काम किया है और अब इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा जीतेगी और सत्ता में वापसी करेगी। उन्होंने घुसपैठियों पर सख्त रुख दिखाते हुए कहा कि इन्हें मतदाता सूची से बाहर निकाला जाएगा। शाह ने आरोप लगाया कि यूपीए को देश की सुरक्षा की चिंता नहीं है। बता दें कि इससे पहले भी कई मौकों पर अमित शाह एनआरसी पर बयान दे चुके हैं। उन्होंने घुसपैठियों को मतदाता सूची और देश से बाहर निकालने का स्पष्ट रूप से समर्थन किया था।
भाजपा के कई वरिष्ठ नेता कह चुके हैं कि एनआरसी से घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, क्योंकि ये देश की एकता, सुरक्षा और अखंडता के लिए खतरा हैं। यही नहीं, पूर्व में ऐसे कई घुसपैठियों का संबंध गैर-कानूनी गतिविधियों से होना पाया गया है। भाजपा के महासचिव राम माधव ने भी कहा था कि एनआरसी को अपडेट किया जा रहा है। इसके अंतर्गत घुसपैठियों की पहचान की जाएगी। इसके बाद इनके नाम मतदाता सूची से काटे जाएंगे।
चूंकि कई घुसपैठिए अब तक अवैध रूप से सरकारी सुविधाओं का लाभ पाते रहे हैं। पहचान सुनिश्चित होने के बाद ये लाभ बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद इन्हें देश से बाहर निकाला जाएगा। बता दें कि 30 जुलाई को प्रकाशित एनआरसी मसौदे के बाद इस पर काफी राजनीतिक विवाद हुआ। भाजपा समेत राजग के कई नेताओं ने कहा कि देशहित में सभी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकाला जाए। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और विपक्ष के कई नेताओं ने इस पर ऐतराज जताया।
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