नई दिल्ली। भाजा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या को लेकर बड़ा बयान दिया है जो काफी चर्चा में है। उन्होंने कहा है कि देश के 54 जिलों में हिंदुओं की तादाद में कमी आई है। इसके अलावा देश में जिस रफ्तार से जनसंख्या बढ़ती जा रही है, उन्होंने इस पर चिंता जताई है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि 1947 में भारत की जनसंख्या 33 करोड़ थी। अब यह बढ़कर 136 से 141 करोड़ के बीच जा पहुंची है। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए कोई कानून नहीं बनाया गया तो देश में सौहार्द नहीं रह पाएगा और न ही सीमित संसाधनों के कारण विकास संभव हो पाएगा।
गिरिराज सिंह ने इस विषय पर कानून की जरूरत बताई। उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि देश में जनता की मदद से जनसंख्या को लेकर कानून बने। इसके लिए उन्होंने विदेशों का हवाला दिया। भाजपा नेता ने कहा कि दुनिया के कई देशों में जनसंख्या के लिए कानून बन चुके हैं लेकिन भारत में ऐसा नहीं हुआ। गिरिराज सिंह ने इसके लिए वोटबैंक की राजनीति को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि राजनीति में शामिल लोग वोट हासिल करने के लिए इस मुद्दे को धर्म से जोड़ते हैं।
गिरिराज सिंह ने कहा कि वे चाहते हैं कि देश के विकास के लिए ऐसा कानून बने जिससे समाज में प्रेम और सद्भावना में बढ़ोतरी हो। साथ ही लोकतंत्र भी सुरक्षित रहे। जनसंख्या नियंत्रण पर उन्होंने कहा, मैं इसलिए परेशान हूं क्योंकि मैं भी इसी देश का नागरिक हूं। उन्होंने जनसंख्या वृद्धि की तेज रफ्तार के खतरों पर कहा कि अगर देश की जनसंख्या इसी तरह बढ़ती रही तो आज से 20-25 साल बाद संयुक्त भारत के नाम पर भी लड़ाई होगी।
उल्लेखनीय है कि देश में सख्त जनसंख्या कानून के लिए पहले भी आवाज उठी चुकी है। इसके लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, संगठनों और राजनेताओं द्वारा यह मांग की जा चुकी है कि देश में हर नागरिक के लिए दो बच्चों का सख्त कानून लागू किया जाए। वहीं कुछ धर्मगुरु इसका विरोध कर चुके हैं। उनका कहना है कि ऐसा कोई कानून बनाना उनके धार्मिक रिवाजों के खिलाफ है।
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