उमा भारती का ऐलान: नहीं लड़ेंगी अगला लोकसभा चुनाव, राम मंदिर पर देंगी ध्यान

उमा भारती का ऐलान: नहीं लड़ेंगी अगला लोकसभा चुनाव, राम मंदिर पर देंगी ध्यान

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भोपाल। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है ​कि वे अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने भोपाल में अपने फैसले के बारे में बताया कि अब वे अपना ध्यान राम मंदिर के निर्माण और गंगा की सफाई जैसे विषयों पर केंद्रित करना चाहती हैं। उमा भारती ने कहा कि वर्ष 2016 में उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से बात की थी। उस समय उन्होंने कहा था कि इस्तीफा नहीं देना चाहिए। हालांकि उमा भारती ने यह भी कहा कि इस पर आखिरी फैसला पार्टी ही लेगी।

उन्होंने बताया कि मैं अगले डेढ़ साल तक सिर्फ राम मंदिर निर्माण और गंगा की सफाई पर ही ध्यान लगाऊंगी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘राम मंदिर पर हमारी आस्था एक स्थापित तथ्य है। हम राम मंदिर के नाम से कोई नफा-नुकसान नहीं सोचते। हमने अयोध्या आंदोलन के पश्चात 1993 का विधानसभा का चुनाव हारने के बाद भी 1998 के चुनाव घोषणा पत्र में राम मंदिर निर्माण को रखा था।’

उमा भारती ने आगे लिखा, ‘क्योंकि हम राम को चुनाव की हार-जीत की नजर से नहीं देखते हैं। राम हमारी आस्था के केन्द्र बिंदु हैं। राम मंदिर का समाधान अब आंदोलन से नहीं बल्कि बातचीत से होगा।’ उन्होंने कांग्रेस के लिए लिखा, ‘अध्यादेश भी यदि लाना है तो कांग्रेस को हमारा साथ देना होगा। देश के लिए अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, क्योंकि राम मंदिर को लेकर कांग्रेस ने ही माहौल खराब किया है।’

गौरतलब है ​​कि इन दिनों राम मंदिर का मामला सुर्खियों में है। शिवसेना और विहिप अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए आवाज बुलंद कर चुके हैं। इसके अलावा संघ की ओर से भी कई बार कहा जा चुका है कि मंदिर निर्माण की दिशा में काम होना चाहिए। स्वामी रामदेव सहित कई साधु-संत मांग कर चुके हैं कि मंदिर के लिए संसद में कानून लाया जाए।

अब उमा भारती ने स्वयं के चुनाव प्रक्रिया से हटकर राम मंदिर और गंगा की सफाई को समर्पित होने की बात कही है। मंदिर मामले को लेकर उन्होंने पहले बयान दिया था कि इस पर भाजपा का पेटेंट नहीं है। उन्होंने सभी पार्टियों की भागीदारी पर जोर दिया था। पिछले दिनों विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी कहा था कि वे अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहतीं। हालांकि उन्होंने इसके पीछे स्वास्थ्य संबंधी कारण बताए थे।

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