मिजोरम: यहां सिर्फ 3 वोट के अंतर से हार गया कांग्रेस का उम्मीदवार!

मिजोरम: यहां सिर्फ 3 वोट के अंतर से हार गया कांग्रेस का उम्मीदवार!

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आइजोल। इस बार मिजोरम विधानसभा चुनाव में कई दिग्गज राजनेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा। स्वयं मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता लालथन हवला दो सीटों से लड़े और दोनों पर हार गए। इसके अलावा मिजोरम की तुइवाल सीट पर मुकाबला बेहद कड़ा रहा। यहां से मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के लालछंदामा राल्टे सिर्फ 3 वोट के अंतर से जीत गए। राल्टे के सामने कांग्रेस के आरएल पियानमविआ खड़े हुए थे।

जब 11 दिसंबर को नतीजे आए तो दोनों खेमों में बेचैनी बढ़ती जा रही थी। आखिरकार पियानमविआ के वोटों का आंकड़ा 5,204 पर जाकर अटक गया। वहीं राल्टे 5,207 वोट पाने में कामयाब रहे। सिर्फ 3 वोट का यह अंतर मिजोरम में खूब चर्चा में है। यह मिजोरम विधानसभा चुनावों में इस बार का का सबसे कम अंतर से जीता गया मुकाबला है। वहीं सबसे ज्यादा अंतर 2,720 वोट का रहा।

जब एमएनएफ और कांग्रेस में 3 वोट का अंतर रहा तो पियानमविआ ने दोबारा मतगणना की मांग की। इसके बाद एक बार फिर गणना हुई। हालांकि नतीजा वही रहा और यहां से लालछंदामा राल्टे विजयी हुए। इसके अलावा हार-जीत का सबसे बड़ा अंतर (2,720) आइजोल पश्चिम दो सीट पर एमएनएफ के ललरुआतकिमा और कांग्रेस के ललमलसामा नघाका के बीच रहा। यहां ललरुआतिकमा को 7,626 और नघाका को 4,906 वोट मिले।

गौरतलब है कि इस बार राजस्थान में भी कई सीटों पर हार-जीत का अंतर बेहद कम रहा है। सिवाना में 957, आसींद में 154, बूंदी में 713, पीलीबंगा में 278, चौमूं में 1,288, पोकरण में 872, खेतड़ी में 957, मारवाड़ जंक्शन में 251, दांतारामगढ़ में 920 और फतेहपुर में 860 के अंतर से प्रत्याशी की जीत हुई। साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सीपी जोशी नाथद्वारा से खड़े हुए थे और सिर्फ एक वोट से हार गए।

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