लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। चूंकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर रही। वहां बसपा के भी दो विधायक जीते हैं। अगर उनका समर्थन कांग्रेस को मिल जाता है तो मध्य प्रदेश में सरकार बन सकती है। दूसरी ओर, अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है।
मायावती ने लखनऊ में प्रेस वार्ता कर बताया कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए उनकी पार्टी के विधायक कांग्रेस को समर्थन देंगे। मायावती ने कहा कि अगर राजस्थान में भी कांग्रेस को जरूरत पड़ी तो बसपा विधायक समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा अभी भी सरकार बनाने में जुटी है और उसे रोकना हमारी प्राथमिकता है। ऐसे में कांग्रेस से विचारों की सहमति न होने के बावजूद उसे समर्थन देने का निर्णय लिया गया है।
बता दें कि 11 दिसंबर को चुनाव नतीजों के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गैर-भाजपा दलों को साथ लेने के संकेत दिए थे। चुनाव परिणाम में बसपा के प्रदर्शन के बारे में मायावती ने कहा है कि पार्टी ने कांग्रेस-भाजपा से कड़ा मुकाबला किया, लेकिन ज्यादा सीटों पर कामयाबी नहीं मिली। परिणाम उम्मीदों के मुताबिक नहीं आए। दूसरी ओर वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजिय सिंह ने बसपा का समर्थन मिलने पर मायावती का आभार जताया है।
छत्तीसगढ़ में चुनाव नतीजों पर मायावती ने कहा कि सहयोगी अजीत जोगी के एक बयान के कारण वोट कांग्रेस को चले गए। वे गठबंधन को मिल सकते थे। मायावती ने कहा कि अजीत जोगी ने ऐसा सभी पार्टियों के बारे में कहा था लेकिन बाद में कांग्रेस ने उसका फायदा उठा लिया। वहीं मायावती द्वारा कांग्रेस को समर्थन के ऐलान को महागठबंधन की दिशा में कदम माना जा रहा है। चर्चा है कि इसी बहाने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बसपा सीटों के बंटवारे पर अपना दावा मजबूती से पेश करेगी।