नई दिल्ली/भाषा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पर चुनाव से पहले ‘तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति’ करने का आरोप लगाया और कहा कि देश के शहीदों और उनके परिवार का अपमान करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश की जनता और शहीदों के परिवारों से माफ़ी मांगनी चाहिए।
शाह ने संवाददाताओं से कहा कि देश जब आम चुनाव की ओर तेजी से बढ़ रहा है और देश के मतदाताओं तथा युवाओं में राष्ट्र सुरक्षा का मुद्दा अहम बना हुआ है। ऐसे समय में जो कांग्रेस के विदेशी मामलों के प्रभारी सैम पित्रोदा का बयान आया, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है।
पित्रोदा के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस बताए कि क्या पुलवामा की घटना आम घटना है, क्या एयर स्ट्राइक से आतंक को जवाब नहीं देना चाहिए? उन्होंने कहा, सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष देश की जनता और शहीदों के परिवारों से माफ़ी मांगें क्योंकि बयान से किनारा करने से कोई हल नहीं निकलता। शाह ने कहा कि कांग्रेस कभी अपने नेता दिग्विजय सिंह, कभी पी चिदंबरम, कभी कपिल सिब्बल, कभी नवजोत सिंह सिद्धू के बयानों को व्यक्तिगत बयान बताती है। कभी मणिशंकर अय्यर को निकालने के बाद फिर वापस ले लेती है।
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस और कांग्रेस अध्यक्ष की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी चुनाव आते हैं, तब कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण, वोट बैंक की राजनीति करती है। शाह ने कहा, मैं कांग्रेस अध्यक्ष से मांग करता हूं कि आप सैम पित्रोदा के बयान पर देश से, शहीदों के परिवारों से और देश के वीर सैनिकों से माफी मांगें। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, देश की जनता इस बात को समझ चुकी है लेकिन वे (कांग्रेस) वोट बैंक के लिए कितना नीचा गिरेंगे! क्या देश हित को भी नहीं छोड़ेंगे, क्या देश हित से भी समझौता करेंगे?
गौरतलब है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने शुक्रवार को कहा था कि सरकार को बालाकोट में वायुसेना की कार्रवाई के संदर्भ में ‘और तथ्यों’ के साथ सामने आना चाहिए। पित्रोदा ने कथित तौर पर कहा था कि मुंबई आतंकवादी हमले के बाद भारत हवाई हमले से जवाब दे सकता था लेकिन ‘मेरे हिसाब से दुनिया से ऐसे नहीं निपटा जाता।’
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने पित्रोदा की टिप्पणी को उनका निजी बयान करार देते हुए कहा था कि वह जवानों की वीरता और शौर्य को सलाम करती है, लेकिन पुलवामा हमला मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी विफलता का उदाहरण है।
बहरहाल, राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सात मार्च को स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एयर स्ट्राइक पर जो सवाल उठे हैं, उसका जवाब मिलना चाहिए। राहुल गांधी किसके सवालों का जवाब चाहते हैं? पित्रोदा के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस पार्टी मानती है कि जो आतंकवादी घटनाएं होती हैं, उनका पाकिस्तान से संबंध नहीं है। उसे पहले यह स्पष्ट करना चाहिए और बताना चाहिए कि दोषी कौन है।
शाह ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस पार्टी देश को झकझोर देने वाले पुलवामा जैसे जघन्य हमले को सामान्य घटना मानती है? उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना पर संदेह करना किसी भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए सही नहीं है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से नहीं देना चाहिए, बातचीत से देना चाहिए, ये कांग्रेस पार्टी की आतंकवाद से निपटने की नीति अधिकृत है क्या?
उन्होंने दावा किया, मैं देश की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि भाजपा ही इस देश को सुरक्षा दे सकती है, आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है और पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम कर सकती है। शाह ने जोर दिया कि मोदी सरकार की कूटनीतिक सफलता का ही परिणाम है कि जब हमारे जवान सफल एयर स्ट्राइक करके वापस आए और पाकिस्तान ने दुनिया में कोहराम मचाना शुरू किया तो उस वक़्त भी पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी थी और पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गया।
कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, संप्रग शासनकाल में कई बम धमाके देशभर में हुए और उसने अपनी नीति के तहत बातचीत का रास्ता अपनाया और क्या परिणाम निकला? इसका भी जवाब कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष को देश की जनता के सामने देना चाहिए।