अमेठी/दक्षिण भारत। कांग्रेस के गढ़ अमेठी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्थानीय लोकसभा सदस्य राहुल गांधी के खिलाफ पुराने विश्वासपात्र ने ही बगावत कर दी है। पीढ़ियों से कांग्रेस के समर्थक रहे हाजी मोहम्मद हारून राशिद ने ऐलान किया है कि वे अमेठी से राहुल के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। इससे कांग्रेस उलझन में है।
हाजी राशिद के तेवर देख स्थानीय लोगों का कहना है कि सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगा रही कांग्रेस के लिए अमेठी की राह आसान नहीं होगी। हाजी राशिद के पिता मोहम्मद सुल्तान अपनी युवावस्था के दौर से ही कांग्रेस से जुड़े रहे थे। वे अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से राजीव गांधी और सोनिया गांधी के नामांकन के प्रस्तावक भी रहे थे।
हाजी राशिद ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र में विकास न कराने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अमेठी में बुनियादी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। आज भी यह इलाका पिछड़ा हुआ है। हाजी ने कहा कि वे अमेठी के बेहतर भविष्य के लिए राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते हैं।
हाजी राशिद ने बताया कि उनके पिता का जन्म 1910 में हुआ था और वे युवावस्था में ही कांग्रेस के लिए काम करने लगे। उन्होंने कहा कि हमने 70 साल से ज्यादा समय तक कांग्रेस को समर्थन दिया। हाजी ने आरोप लगाया कि अब महसूस हो रहा है कि कांग्रेस यहां विकास नहीं कराना चाहती। हमने इस अवधि में बहुत कुछ गंवा दिया।
हाजी राशिद ने कहा कि यदि अब न जागे तो खुद की किस्मत और अमेठी की तस्वीर नहीं बदल पाएंगे। किस पार्टी के मंच से चुनाव लड़ेंगे, इस पर उन्होंने कहा कि वे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। इस बीच चर्चा है कि हाजी राशिद को समाजवादी पार्टी के नेता समर्थन दे रहे हैं। अगर हाजी राशिद अमेठी से पर्चा भरते हैं तो यहां से मुकाबला और मुश्किल होने की संभावना जताई जा रही है।