लखनऊ/दक्षिण भारत। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और रामपुर से सपा-बसपा-रालोद गठबंधन उम्मीदवार आजम खां द्वारा भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। आजम के इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है, वहीं भाजपा इसे महिला सम्मान का मुद्दा बनाकर गठबंधन को घेरने के लिए प्रदेश में बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की इस मामले पर चुप्पी सवालों के घेरे में है। इस संबंध में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष दर्शना सिंह ने कहा कि अखिलेश की मौजूदगी में आजम खां द्वारा जयाप्रदा पर की गई टिप्पणी महिला सम्मान पर प्रहार है। दर्शना ने कहा कि आजम का यह बयान महिलाओं के प्रति घिनौनी और आपराधिक मानसिकता का प्रतीक है।
भाजपा अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठा रही है। दर्शना सिंह ने बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका की चुप्पी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि इन नेताओं की चुप्पी से यही लगता है कि आजम खां को इनका मौन समर्थन है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजम खां की अभद्र टिप्पणी को शर्मनाक बताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि जयाप्रदा पर घटिया और अशोभनीय टिप्पणी आजम खां की सोच और व्यक्तित्व को दिखाता है। इस पर अखिलेश की चुप्पी तो शर्मनाक है ही, पर स्वयं एक महिला होते हुए मायावती का मौन बताता है कि सत्ता के लिए ये लोग कुछ भी करने, सहने को तैयार हैं।
इस मामले पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आजम ने जयाप्रदा का ही नहीं बल्कि देश की हर नारी का अपमान किया है। इसे न देश बर्दाश्त करेगा और न ही देश की जनता बर्दाश्त करेगी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और मायावती को भी इस मामले में आगे आकर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग से आजम खां के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।