नई दिल्ली/दक्षिण भारत। लोकसभा चुनाव के अभी दो चरण शेष हैं और नेताओं के विवादित बयान रुकने का नाम नहीं ले रहे। साल 1984 के सिख विरोधी दंगों पर विवादित टिप्पणी कर देशभर में आलोचना के पात्र बने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने तो माफी मांग ली। अब उन्हीं की पार्टी के एक और नेता ने नया विवाद छेड़ दिया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने देश के सभी राज्यपालों को सरकार का ‘चमचा’ कहा है। वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर दिए एक बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हमारे देश के जितने गवर्नर होते हैं वो सरकार के चमचे होते हैं।’
एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में संजय निरुपम ने प्रधानमंत्री और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ कहते हुए इतना कुछ कहते हैं कि फिर बोलने का मौका नहीं मिलेगा। निरुपम ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि सत्यपाल मलिक मोदीजी की चापलूसी और चमचागिरी कर रहे हैं ताकि उनकी कुर्सी बची रहे। इसके बाद उन्होंने कहा कि राज्यपाल को गरिमा का ध्यान रखना चाहिए।
गौरतलब है कि सत्यपाल मलिक ने बोफोर्स मामले पर गुरुवार को कहा था कि राजीव गांधी शुरू में भ्रष्ट नहीं थे, लेकिन कुछ लोगों के प्रभाव में आकर वो बोफोर्स भ्रष्टाचार मामले में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि इस मामले को ध्यान में रखते हुए पीडीपी संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद और उन्होंने राज्यसभा सदस्यता छोड़कर जनमोर्चा का गठन किया था।
अब सत्यपाल मलिक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय निरुपम ने भी ऐसी बात कह दी, जिससे उनकी पार्टी एक बार फिर आलोचकों के निशाने पर आ सकती है।