नई दिल्ली/दक्षिण भारत। कई दिनों की चुप्पी के बाद अब लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवादित बयान देकर अपनी ही पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान ‘नीच आदमी’ जैसे अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर चुके अय्यर ने अब एक लेख में उक्त बयान को सही ठहराया है। इसके बाद अय्यर की चौतरफा आलोचना हो रही है।
वहीं, पलटवार करते हुए भाजपा ने अय्यर को ‘एब्यूजर इन चीफ’ करार दिया है। एक समाचार एजेंसी को दिए बयान में अय्यर ने कहा, ‘मैं अपने लेख के जरिए बताना चाहता हूं कि अपने हर शब्द पर कायम हूं। मैं किसी तर्क-वितर्क में नहीं पड़ना चाहता हूं।’ मीडिया द्वारा सवाल पूछे जाने पर अय्यर ने भड़कते हुए कहा कि यह पूरा आर्टिकल है। आप एक पंक्ति को लेकर मेरे पीछे पड़े हैं। मैं उल्लू हूं लेकिन इतना बड़ा उल्लू नहीं हूं। आप आज मुझे बर्बाद करके कल कहीं और चले जाएंगे।
अय्यर ने अपने लेख में कहा, ‘देश की जनता किसी भी सूरत में 23 मई को मोदी को सत्ता से हटा देगी। अब तक के सबसे ज्यादा उटपटांग बयान देने वाले प्रधानमंत्री की यह माकूल विदाई होगी। याद है 2017 में मैंने मोदी को क्या कहा था? क्या मैंने सही भविष्यवाणी नहीं की थी?’
बता दें कि 2017 में जब मोदी के गृहराज्य गुजरात में विधानसभा चुनाव हो रहे थे और कांग्रेस-भाजपा नेता खूब ताकत झोंक रहे थे, तभी अय्यर ने मोदी के लिए विवादित शब्दों का इस्तेमाल किया। बाद में मामले ने तूल पकड़ा तो अय्यर ने हिंदी ठीक न होने का हवाला दिया। कांग्रेस ने उन्हें निलंबित भी किया, लेकिन बाद में वापस ले लिया। माना जाता है कि अय्यर के बयान ने कांग्रेस को गुजरात में नुकसान पहुंचाया था।
अब अय्यर ने एक बार फिर मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अपने शब्दों को सही ठहरा रहे हैं। इस पर भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, अब ‘एब्यूजर इन चीफ’ अय्यर ने साल 2017 में दिए गए अपने बयान को सही ठहराने के लिए वापसी कर दी है। अय्यर ने तब माफी मांगी थी और इस बयान के लिए अपनी खराब हिंदी को दोषी ठहराया था। लेकिन, अब कह रहे हैं कि उन्होंने इस बयान में भविष्यवाणी की थी। कांग्रेस ने पिछले साल उनकी बहाली की थी। कांग्रेस का दोहरा रवैया फिर सामने आ गया है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मणिशंकर अय्यर पर तंज कसते हुए कहा कि गांधी परिवार की ‘मणि’ ने भी राहुल गांधी की प्रेम की राजनीति में अपना योगदान दिया है। गौरतलब है कि मणिशंकर अय्यर ने लेख लिखकर यह विवाद ऐसे समय में फिर भड़का दिया है जब 19 मई को लोकसभा की 59 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। हाल में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा को भी 1984 के सिख विरोधी दंगों पर विवादित शब्द ‘हुआ तो हुआ’ बोलने पर आलोचना का सामना करना पड़ा था। प्रधानमंत्री मोदी ने इन शब्दों का जिक्र कर कांग्रेस को खूब घेरा। आखिर में पित्रोदा ने माफी मांग ली। अब अय्यर की ‘एंट्री’ ने माहौल गरमा दिया है।
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