अमेठी/भाषा। केंद्रीय कपड़ा मंत्री और स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे के दूसरे दिन अधिकारियों से कहा कि विकास योजनाओं का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पूरी ईमानदारी से पहुंचना चाहिए और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही अक्षम्य होगी।
ईरानी यहां कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सहित सभी जिला स्तर के विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रही थीं। उन्होंने आयुष्मान भारत, सौभाग्य, उज्ज्वला एवं स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ पात्रों को पूरी ईमानदारी एवं समय से मिलना चाहिए।
सांसद ने बैठक के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य समय रहते पूरे किए जाएं। उन्होंने आवारा पशुओं से किसानों को हो रही समस्या के विषय में जानकारी ली तथा इससे किसानों को निदान दिलाने के लिए उठाये गये कदमों में तेजी लाने को कहा।
उन्होंने अधिकारियों से कड़े शब्दों में कहा कि कागजी कोरम पूरा करना भूल जाएं, जन समस्याओं का निपटारा एक सप्ताह के अंदर करना होगा। ईरानी ने महिला सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार का निर्देश अधिकारियों को दिए। सड़क, शिक्षा, चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों से कहा।
अमेठी की सांसद ने कलेक्ट्रेट परिसर में पात्र दिव्यांगों को ट्राईसाइकिल वितरित की। इस मौके पर स्मृति ने कहा, अमेठी मेरा परिवार है, अब यहां विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ाई जाएगी।
जिले के 246 लेखपालों को लैपटाप वितरण की योजना का शुभारंभ करने के बाद उन्होंने कहा कि लेखपालों को डिजिटल बनाना उप्र सरकार का मकसद है। सरकार चाहती है कि जनता की समस्या का शीघ्र समाधान हो इसके लिए अमेठी के लेखपालों को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ईरानी ने कहा कि मेरा प्रयास है कि अमेठी डिजिटल के क्षेत्र में प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश मे नंबर एक रहे। लेखपाल पुलिस के साथ मिल कर काम करें ताकि गांवों में कानून व्यवस्था का संकट न खड़ा हो।
उन्होंने यहां पर बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिला कर अभियान की शुरुआत की तथा गोद भराई एवं अन्न प्राशन के कार्यक्रम में भी भाग लिया।
अपनी सांसद से मिलने के लिए फरियादियों की भारी भीड़ देखी गई। सांसद को अपनी समस्या बताने के लिए लोग हाथ में प्रार्थना पत्र लिए खडे़ अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। ईरानी ने सब की बातें सुनीं।