राहुल के फैसले का सम्मान करने के बजाय इस्तीफा वापस लेने के अनुरोध में एक माह बर्बाद किया: कर्ण सिंह

राहुल के फैसले का सम्मान करने के बजाय इस्तीफा वापस लेने के अनुरोध में एक माह बर्बाद किया: कर्ण सिंह

वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद 25 मई को राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश और पार्टी नेताओं द्वारा उनसे इस्तीफा वापस लेने संबंधी आग्रह से उत्पन्न हुई असमंजस की स्थिति पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने चिंता जताई है। उन्होंने एक बयान जारी कर राहुल के फैसले के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस जिस भ्रम और भटकाव की स्थिति में है, उससे चिंतित हूं।

कर्ण सिंह ने कहा​ कि राहुल गांधी के साहसिक फैसले का सम्मान करने के बजाय एक महीने का समय उनसे इस्तीफा वापस लेने संबंधी आग्रह में बिता दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि कांग्रेस कार्य समिति को शीघ्र बैठक बुलानी चाहिए। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में इस बैठक में अध्यक्ष पद को लेकर जरूरी फैसले लेने चाहिए।

बता दें कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के दौरान राहुल ने इस्तीफे की पेशकश की थी और अपने रुख में बदलाव नहीं किया। पार्टी के नेता उनसे लगातार आग्रह करते रहे कि वे बतौर अध्यक्ष कांग्रेस की कमान संभालें। कांग्रेस नेताओं ने मीडिया के सामने भी कहा कि कांग्रेस को इस चुनौतीपूर्ण समय में राहुल गांधी की जरूरत है।

आखिरकार राहुल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पत्र जारी कर स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने अध्यक्ष पद से हटने का मन बना​ लिया है। इस दौरान कांग्रेस के कई नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। रविवार को ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और मिलिंद देवड़ा ने इस्तीफा दे दिया।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने पार्टी में इस अनिश्चितता की स्थिति पर कहा है कि इससे कांग्रेस के कार्यकर्ता और देशभर में उसके मतदाता हतोत्साहित होंगे।

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