नई दिल्ली/भाषा। राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देने वाले भुवनेश्वर कालिता शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। कालिता, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। कालिता कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा में मुख्य सचेतक थे। वह अनुच्छेद-370 को लेकर पार्टी के रुख से सहमत नहीं थे और इसका हवाला देते हुए उन्होंने उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
भाजपा में कालिता का स्वागत करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वास्तव में भुवनेश्वर कालिता बेदाग छवि वाले ऐसे राजनीतिक हैं जिन्होंने लम्बे अरसे तक असम, पूर्वोत्तर सहित राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि कालिता का राष्ट्रीय राजनीति में लंबा अनुभव है और उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में समर्पित भाव से बेहतरीन कार्य किया है।
भाजपा में शामिल होने पर कालिता ने कहा कि जब अनुच्छेद-370 की बात आई तब उनकी पूर्व पार्टी (कांग्रेस) से कई नेताओं से बात की लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल रह था। नेतृत्व से कोई निर्देश नहीं मिल रहा था। ऐसी हालत में जब देश को मजबूजी और एकजुटता के साथ आगे ले जाने की बात थी, जब हर पार्टी का योगदान जरूरी था।
कालिता ने कहा कि लेकिन कांग्रेस में कोई स्पष्टता नहीं थी। ऐसे में मैंने इसका विरोध किया। संसद में इसका विरोध नहीं कर पा रहा था, इसलिए सदन से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद वह भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मजबूत कदम उठा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि असम सहित पूर्वोत्तर का तेजी से विकास जारी रहेगा।