पटना/दक्षिण भारत। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 के खंड 1 को छोड़कर सभी प्रावधानों को हटाने और केंद्र शासित प्रदेश निर्माण के फैसले को देशभर में भले ही सराहा गया हो लेकिन विपक्ष का आक्रामक रुख बरकरार है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि जनत से मिले बहुमत का गलत फायदा उठाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि अनुच्छेद-370 हटाने से कश्मीर समस्या हल नहीं होगी।
वरिष्ठ राजद नेता ने कहा कि केंद्र के इस कदम से कश्मीर में हालात और बिगड़ सकते हैं। उन्होंने इसे भाजपा द्वारा जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार देते हुए कहा कि इसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ेगा। राजद नेता ने वैशाली के भगवानपुर में केंद्र सरकार की कश्मीर संबंधी नीतियों पर सवालिया निशान लगाया और तीखा विरोध किया।
दूसरी ओर, वरिष्ठ जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने भी अनुच्छेद-370 पर लिए गए निर्णय को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा फैसला लेकर केंद्र सरकार ने गांधी, अंबेडकर, पटेल, जेपी और लोहिया की आत्मा के टुकड़े कर दिए।
जदयू नेता ने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाले शहीदों की आत्मा दुखी है। उन्होंने कहा कि यह गलत हुआ है और आखिरी सांस तक इसे गलत कहेंगे। गुलाम रसूल बलियावी ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो 371ए, 371बी, 371सी और 371डी के मामले में ऐसा फैसला लेकर दिखाए।
गौरतलब है कि अनुच्छेद-370 पर मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस ने भी कड़ा विरोध किया था, लेकिन उसके कुछ नेताओं ने इस फैसले के समर्थन में बयान दिया। जनार्दन द्विवेदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और रायबरेली विधायक अदिति सिंह ने अनुच्छेद-370 हटाने का स्वागत किया।