ममता ने मोदी से की मुलाकात, पश्चिम बंगाल को नया नाम देने का मुद्दा उठाया

ममता ने मोदी से की मुलाकात, पश्चिम बंगाल को नया नाम देने का मुद्दा उठाया

प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

नई दिल्ली/भाषा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात में ज्यादातर विकास के मुद्दों पर चर्चा की गई लेकिन एनआरसी प्रक्रिया पर चर्चा नहीं हुई। अपने राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने के खिलाफ बनर्जी ने कहा कि इस प्रक्रिया में असली नागरिकों की सूची तैयार करने का प्रावधान पश्चिम बंगाल पर लागू नहीं होता।

उन्होंने राज्य को नया नाम दिए जाने का मुद्दा भी उठाया और मोदी को बंगाल आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री के आवास पर हुई यह मुलाकात करीब आधा घंटे तक चली। बनर्जी ने कहा कि चर्चा राजनीतिक नहीं थी लेकिन राज्य के विकास के मुद्दों पर बात की गई। बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री से एनआरसी के बारे में बात नहीं की। एनआरसी असम समझौते का हिस्सा है इसलिए पूरे देश या पश्चिम बंगाल में इसे लागू करने का कोई प्रावधान नहीं है। न ऐसा कोई प्रस्ताव आया है न बंगाल में ऐसा किया जाएगा।

राष्ट्रीय राजधानी के तीन दिवसीय दौरे पर आईं बनर्जी ने यह भी कहा कि उन्होंने मोदी के साथ बीएसएनएल, रक्षा आयुध निर्माण फैक्टरी, रेलवे और कोयला जैसे मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, हमने अपने अनुरोधों को पुख्ता करने के लिए काफी दस्तावेज सौंपे। बंगाल की जीडीपी 12.8 प्रतिशत है जो देश में सबसे अधिक है। हमने उन्हें दिखाया कि कैसे कर्ज के इतने बोझ के बावजूद बंगाल प्रगति कर रहा है। हमने अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों को उजागर करते हुए उन्हें दस्तावेज भी दिए।

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल को नया नाम देने का मुद्दा भी उठाया और बताया कि मोदी इस विचार से असहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, बंगाल को नया नाम देना हमारा मुख्य एजेंडा है इसलिए हमने बांग्ला को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव दिया है। प्रधानमंत्री ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। मैंने उन्हें बताया कि बंगाल के लोगों की भावनाएं इस मुद्दे से जुड़ी हैं और हम केंद्र से सुझाव मिलने के लिए तैयार हैं।

पश्चिम बंगाल विधानसभा ने राज्य को नया नाम ‘बांग्ला’ देने के प्रस्ताव को पारित कर दिया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री को नवरात्र और दुर्गा पूजा के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोयला ब्लॉक देवचा पचामी का उद्घाटन करने का निमंत्रण भी दिया गया। इसमें 12,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा, हमने इसके लिए 50,000 करोड़ रुपए की सुरक्षा राशि जमा कराई है। सभी बंदोबस्त कर लिए गए हैं। मैंने नवरात्रि और दुर्गा पूजा के बाद जब भी उन्हें वक्त मिले तब इसका उद्घाटन करने का न्योता दिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने राजनीतिक स्थिति पर बहुत कम बात की। बनर्जी ने कहा, यह सरकार की सरकार से मुलाकात थी, इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं था। जब मैं दिल्ली आती हूं तो हमेशा गृह मंत्री से मिलती हूं। अगर वह मुझे वक्त देते हैं तो मैं उनसे मुलाकात करूंगी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के आधिकारिक आवास पर दोनों नेताओं की मुलाकात की तस्वीरें ट्वीट कीं। बनर्जी को प्रधानमंत्री को फूलों का गुलदस्ता भेंट करते हुए देखा गया।

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