कम हुईं मोदी और ममता में तल्खियां? प्रधानमंत्री से मांगा मुलाकात का समय

कम हुईं मोदी और ममता में तल्खियां? प्रधानमंत्री से मांगा मुलाकात का समय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

नई दिल्ली/कोलकाता/दक्षिण भारत। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच तल्खियां सुर्खियों में थीं। हालांकि अब मोदी के जन्मदिन से पहले खबर है कि ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए समय मांगा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी जानकारी दी गई है कि तृणमूल प्रमुख बनर्जी प्रधानमंत्री से मुलाकात करना चाहती हैं और वे 17 सितंबर (मोदी का जन्मदिन) को राष्ट्रीय राजधानी आ सकती हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, बनर्जी के दिल्ली आने का उद्देश्य अभी स्पष्ट नहीं किया गया है। चूंकि कई मौकों पर ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच तल्खियां दिखाई दी थीं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी और ममता में खूब जुबानी जंग चली। इसके अलावा आईपीएस राजीव कुमार के मामले को लेकर भी ममता केंद्र पर जमकर हमला बोल चुकी हैं। वहीं, असम में एनआरसी प्रक्रिया का भी ममता बनर्जी ने तीखा विरोध किया था।

गौरतलब है कि सोशल मीडिया में आज भी ममता बनर्जी के वे बयान शेयर किए जाते हैं जिनमें उन्होंने मोदी के लिए कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया था। लोकसभा चुनाव के दौरान ममता ने यह भी कह दिया था कि वे मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानतीं। इस पर बांकुड़ा में रैली कर मोदी ने पलटवार किया था कि ममता उन्हें प्रधानमंत्री न मानकर संविधान का अपमान कर रही हैं। लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद ममता ने मोदी के शपथग्रहण समारोह में जाने से इनकार कर दिया था। ममता बनर्जी हाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुई एक बैठक में भी शामिल नहीं हुई थीं। उसमें उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की थी जहां नक्सलवाद की समस्या है।

हिल गई तृणमूल की सियासी जमीन
इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस की सियासी जमीन हिला दी। प. बंगाल से भाजपा 18 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब हो गई। तृणमूल अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने में विफल रही। उसने 43.3 प्रतिशत वोट प्राप्त कर 42 में से 22 सीटें जीतीं। भाजपा का वोट शेयर उससे थोड़ा कम यानी 40.3 प्रतिशत रहा। प. बंगाल में भाजपा के उदय ने तृणमूल नेतृत्व के सामने कई चुनौतियां खड़ी कर दीं।

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