मप्र: सपा-बसपा विधायकों ने अपने अपहरण और खरीद-फरोख्त के आरोपों से किया इंकार

मप्र: सपा-बसपा विधायकों ने अपने अपहरण और खरीद-फरोख्त के आरोपों से किया इंकार

सपा विधायक राकेश शुक्ला ने कहा- ‘सरकार को कांग्रेस नेताओं से खतरा हो सकता है, हमसे नहीं’

भोपाल/भाषा। मध्यप्रदेश के बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने कांग्रेस द्वारा भाजपा पर लगाए जा रहे उनकी खरीद-फरोख्त और अपहरण के आरोपों से गुरुवार को साफ-साफ इंकार किया है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था कि वे बसपा और सपा विधायकों को भाजपा से बचाकर विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल लेकर आए।

बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा, रामबाई तथा सपा विधायक राजेश शुक्ला ने कांग्रेस के इन आरोपों से इंकार किया कि उन्हें भाजपा नेताओं ने बहला-फुसलाकर अगवा कर लिया था। मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लिए अपना समर्थन दोहराते हुए इन विधायकों ने इस बात से इंकार किया कि भाजपा के किसी भी नेता ने उनसे संपर्क कर सरकार गिराने के लिए सौदेबाजी की है।

गौरतलब है कि प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत के साथ कांग्रेस, बसपा और सपा विधायकों का एक समूह बुधवार दोपहर बाद विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल आया था। पत्रकारों से बातचीत में मेहगांव से सपा विधायक राकेश शुक्ला ने भाजपा नेताओं पर लगाए गए विधायकों के खरीद-फरोख्त और अपहरण के आरोपों से इंकार करते हुए कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है। मैं संयोग से बसपा विधायक (संजीव कुशवाहा) के साथ दिल्ली गया था और हम वहां गुरुग्राम के एक होटल में ठहरे थे। हम कमजोर नहीं हैं कि कोई हमारा अपहरण ले। पिछले दो-तीन दिनों में किसी भाजपा नेता ने हमसे संपर्क नहीं किया है।’

प्रदेश की कमलनाथ सरकार को अपना समर्थन दोहराते हुए शुक्ला ने कहा, ‘सरकार को कांग्रेस नेताओं से खतरा हो सकता है, हमसे नहीं।’ कांग्रेस के नेताओं के साथ चार्टर्ड विमान से भोपाल वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के मंत्री जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह ने उन्हें दिल्ली में मध्यप्रदेश भवन बुलाया और विमान से भोपाल चलने की पेशकश की। उन्होंने कहा, ‘क्योंकि मुझे भोपाल आना ही था तो मैं उनके साथ आ गया।’

कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए शुक्ला ने कहा, ‘जिनका कथित तौर पर अपहरण हुआ था वे इससे इंकार कर रहे हैं लेकिन दूसरे इस बारे में दावा कर रहे हैं।’ बसपा विधायक कुशवाहा ने भी अपने अपहरण और खरीद-फरोख्त के कांग्रेस के आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि दिल्ली जाना कोई अपराध नहीं है। उन्होंने भी भाजपा नेता द्वारा संपर्क किए जाने की बात से इंकार किया।

प्रदेश कांग्रेस सरकार को अपना समर्थन दोहराते हुए कुशवाहा ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह ने मुझसे बात की और विशेष विमान से भोपाल चलने के लिए कहा तो मैं उसमें आ गया।’ कुशवाहा और शुक्ला दोनों ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को अपहरण और खरीद-फरोख्त जैसे आरोप नहीं लगाने चाहिए। ‘कम से कम हमारे बारे में तो बिल्कुल नहीं।’

उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से उन मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की जो विधायकों को भाजपा नेताओं से बचाने का दावा कर रहे हैं। प्रदेश में बसपा की दूसरी विधायक रामबाई ने भी इन आरोपों से इंकार किया और कहा, ‘भाजपा द्वारा हॉर्स ट्रेडिंग किए जाने की बात पूरी तरह से अफवाह है। हमारा अपहरण भी नहीं हुआ था। मैं वहां गई और अपनी मर्जी से लौटी।’

हरियाणा के एक होटल में उनके ठहरने का वीडियो वायरल होने के संबंध में पूछने पर रामबाई ने कहा, ‘जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी से इस वीडियो की सच्चाई के बारे में पूछें क्योंकि वे भी मौजूद थे।’

दिग्विजय सिंह के आरोप पर कि भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह उन्हें विमान में दिल्ली ले गए थे, महिला विधायक ने कहा कि वह और सिंह एक ही विमान में यात्रा कर रहे थे। सरकार गिराने के एवज में भाजपा द्वारा बड़ी रकम दिए जाने की पेशकश के बारे में पूछने पर रामबाई ने कहा, ‘मुझे किसी भी नेता की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।’

मध्यप्रदेश में मंगलवार देर रात को हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामे में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस सरकार गिराने के लिए प्रदेश के आठ विधायकों को दिल्ली के पास गुरुग्राम के एक होटल में रखा है। गुरुवार सुबह कांग्रेस ने दिल्ली में एक पत्रकार वार्ता में दावा किया कि भाजपा ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए 14 विधायकों का अपहरण किया है।

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