नई दिल्ली/भाषा। आप पार्षद ताहिर हुसैन ने दंगों में और गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी की हत्या में अपनी संलिप्तता से बृहस्पतिवार को इंकार किया। गौरतलब है कि आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा (26) के परिवार ने हुसैन पर हत्या का आरोप लगाया है। ताहिर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि अंकित शर्मा के पिता की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 365 और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अंकित शर्मा मंगलवार को लापता हो गए थे। बुधवार को उनका शव उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित चांद बाग इलाके में उनके घर के पास एक नाले से मिला था। शर्मा के परिजन ने दावा किया कि उनकी हत्या के पीछे स्थानीय पार्षद और उसके साथियों का हाथ है।
हुसैन ने आरोपों से इंकार किया है। दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर दिनभर कुछ तस्वीरें शेयर कर यह आरोप लगाया जाता रहा कि ताहिर हुसैन के घर से पत्थर, पेट्रोल बम और दंगा भड़काने का सामान पाया गया है। इसके बाद ट्विटर पर यूजर्स ने मांग की कि ताहिर हुसैन को गिरफ्तार किया जाए।
आरोपों पर ताहिर ने कहा, मुझे खबरों से पता चला कि एक व्यक्ति की हत्या का इल्जाम मुझ पर लगाया जा रहा है। ये झूठे और निराधार आरोप हैं। सुरक्षा की दृष्टि से मेरा परिवार और मैं पुलिस की मौजूदगी में सोमवार को ही अपने घर से चले गए थे।
हुसैन ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे निशाना बनाना गलत है। इससे मेरा और मेरे परिवार का कुछ लेना-देना नहीं है।
बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच तीन दिन पहले हुई झड़प ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। इसमें 34 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए।
उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी और स्थानीय लोगों तथा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। दंगा प्रभावित इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार शामिल हैं।