भोपाल/दक्षिण भारत। मध्य प्रदेश कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं के बीच तकरार एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने के बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है, ‘तो उतर जाएं’। मुख्यमंत्री के इस बयान के मद्देनजर माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को कहा था कि यदि मध्य प्रदेश में सरकार पार्टी के घोषणापत्र को पूरा लागू नहीं करती है तो वे सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने दिल्ली चुनाव में पार्टी की हार के बाद सोच बदलने की भी जरूरत बताई थी।
सिंधिया ने कुडीला गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘मेरे अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं। आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थीं। मैंने आपकी आवाज उठाई थी और यह विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग जो हमारी सरकार के घोषणापत्र में अंकित है, वो घोषणापत्र हमारे लिए हमारा ग्रंथ है।’
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सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों को सब्र रखने की सलाह देते हुए कहा, ‘अगर उस घोषणापत्र का एक-एक अंग पूरा न हुआ तो अपने को सड़क पर अकेले मत समझना। आपके साथ सड़क पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उतरेगा। सरकार अभी बनी है, एक वर्ष हुआ है। थोड़ा सब्र हमारे शिक्षकों को रखना होगा। बारी हमारी आएगी, यह विश्वास, मैं आपको दिलाता हूं और अगर बारी न आए तो चिंता मत करो, आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और आपका तलवार भी मैं बनूंगा।
इससे पहले सिंधिया ने जिले के पृथ्वीपुर में संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की पराजय दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है इसी तरह लोगों की सोच भी बदल रही है। उन्होंने कहा, हमें (कांग्रेस) बदलना होगा और लोगों के बीच नए दृष्टिकोण के साथ पहुंचना होगा।