भोपाल/भाषा। मध्यप्रदेश में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की सलाह पर शुक्रवार को छह मंत्रियों को उनके पदों से हटा दिया। ये सभी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं।
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की सलाह पर छह मंत्रियों को तत्काल प्रभाव से मंत्रिपरिषद से हटा दिया है।’ उन्होंने कहा कि जिन मंत्रियों को हटाया गया है, वे इमरती देवी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर और डॉ. प्रभुराम चौधरी हैं।
ये सभी मंत्री कांग्रेस के विधायक हैं। ये सभी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। उन्होंने सिंधिया द्वारा कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद 10 मार्च को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
कमलनाथ ने 10 मार्च को राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने और ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति आस्था जताने वाले इन छह मंत्रियों को तत्काल से हटाने की सिफारिश की थी।
मालूम हो कि सिंधिया बुधवार को ही भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के इन छह मंत्रियों सहित 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से अधिकांश उनके कट्टर समर्थक हैं। फलस्वरूप राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।