भोपाल/भाषा। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा नीत सरकार के मंत्रिमंडल का बहुप्रतिक्षित विस्तार बृहस्पतिवार को किया गया, जिसमें 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इन नए मंत्रियों में 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक भी शामिल हैं, जिनके मार्च में कांग्रेस से इस्तीफे के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई थी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यहां राजभवन में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आयोजित समारोह में 20 कैबिनेट मंत्रियों और आठ राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में कोविड-19 को लेकर दिशा-निर्देशों का पालन किया गया।
सिंधिया समर्थक जिन नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, इनमें से कोई भी फिलहाल विधानसभा का सदस्य नहीं है। ये सभी मार्च माह में कांग्रेस से बागी होकर विधानसभा से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे। देश में संभवत: पहली बार किसी प्रदेश के मंत्रिमंडल में इतनी बड़ी तादाद में गैर-विधायकों को शामिल किया गया है।
मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के तौर पर गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहू लाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, एंदल सिंह कंषाना, ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओम प्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, अरविंद सिंह भदौरिया, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव को शामिल किया गया।
मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, राम किशोर कांवरे, ब्रजेन्द्र सिंह यादव, गिरराज दंडोतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया को शामिल किया गया है।
मार्च माह में कांग्रेस से बागी होकर विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने वाले 12 नेताओं को भी मंत्री बनाया गया है। इनमें अधिकांश सिंधिया समर्थक हैं। ये 12 मंत्री हैं: एंदल सिंह कंषाना, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, बिसाहूलाल सिंह, महेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रद्युम सिंह तोमर, हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, ब्रजेन्द्र सिंह यादव, गिरराज दंडोतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया शामिल हैं।
शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में सिंधिया समर्थक मंत्रियों की संख्या बृहस्पतिवार को शामिल किए गए 12 नये मंत्रियों के बाद कुल 14 हो गई। सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत पहले ही मंत्री हैं। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विशेष तौर पर बृहस्पतिवार सुबह भोपाल आए और समारोह में शामिल हुए।
कांग्रेस के 22 विधायकों के मार्च में विधानसभा से त्यागपत्र देने के कारण कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गई थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी। चौहान रिकॉर्ड चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं।