बेगूसराय/सिवान/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को बिहार के बेगूसराय और सिवान में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राजद समेत विपक्षी दलों पर हमला बोला।
नड्डा ने कहा कि पहले चुनाव जाति और मजहब के आधार पर होते थे। जब से नरेंद्र मोदीजी भारत की राजनीति में प्रधानमंत्री बनकर आए, राजनीति की चाल, चरित्र और संस्कृति में बदलाव आ गया। अब जो भी नेता आता है, अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर आता है।
नड्डा ने कहा कि लॉकडाउन के समय भारत में सिर्फ एक कोरोना टेस्टिंग लैब थी, आज मोदीजी के नेतृत्व में भारत में 1,650 टेस्टिंग लैब हैं। पहले प्रतिदिन 1,500 कोरोना के टेस्ट किए जाते थे और आज 15 लाख प्रतिदिन टेस्टिंग कैपेसिटी पहुंच गई है।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत करीब 1.70 लाख करोड़ रुपए देकर मार्च से लेकर छठ और दीपावली तक 80 करोड़ गरीबों को 5 किलो गेहूं या चावल और एक किलो दाल मुफ्त दी गई है। किसान सम्मान निधि योजना के तहत 8.56 करोड़ किसानों को दो-दो हजार रुपए दिए हैं।
नड्डा ने पूछा, आप बताइए- लालटेन जलानी है कि एलईडी बल्ब जलाना है? लूटराज रखना है या डीबीटी से सीधे सरकारी योजनाओं का पैसा खाते में चाहिए? बाहुबल चाहिए या विकास बल चाहिए? आपको बिहार का विकास करना है तो एनडीए को जिताना है।
नड्डा ने कहा कि बेगूसराय में आज से 15 साल पहले स्ट्राइक के बिना कुछ नहीं होता था। आज यहां मेडिकल कॉलेज बन रहा है। मैं आश्वस्त करता हूं कि यह मेडिकल कॉलेज वर्ल्ड क्लास होगा। इसके साथ ही यहां इंजीनियरिंग कॉलेज बन रहा है।
नड्डा ने कहा कि मैं तेजस्वी यादवजी से कहना चाहता हूं कि उनके माता-पिता दोनों यहां के मुख्यमंत्री रहे हैं; आज अपने पोस्टर से उनका चेहरा क्यों हटा दिया? अगर चेहरा हटाया तो बिहार की जनता से वो माफी क्यों नहीं मांग रहे हैं?
वहीं, सिवान में जनसभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि आजकल महागठबंधन वाले लुभावने नारे लेकर आ रहे हैं कि वो नौकरी देंगे। जनता के सामने प्रश्न है कि इन पर विश्वास किया जाए या नहीं। मैं कहता हूं कि किसी के कहे पर विश्वास मत करो, उसने भूतकाल में क्या काम किया है, उसके आधार पर वोट करना चाहिए।
नड्डा ने कहा कि पहले बिहार में बिजली आती ही नहीं थी, अब लगभग 24 घंटे बिजली रहती है। नरेंद्र मोदीजी ने देश के करीब 18,000 गांवों में 1,000 दिन में बिजली पहुंचाई है। बिहार में बिजली के कामों पर लगभग 16,130 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
नड्डा ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अंतर्गत 80 करोड़ जनता को मुफ्त में राशन देने का काम किया गया। 20 करोड़ बहनों को 500 रुपए प्रति माह तीन महीने तक दिया गया। दिव्यांग, बुजुर्ग और विधवा बहनों को 1,000 रुपए देने का काम किया गया।
नड्डा ने कहा कि देश के सभी लोग चाहते थे कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बने। कांग्रेस ने इसे लटकाने, अटकाने और भटकाने का काम किया। मोदीजी दोबारा प्रधानमंत्री बने, तब इस मामले में प्रतिदिन सुनवाई हुई और रामजन्मभूमि के पक्ष में फैसला आया। अब वहां भव्य राममंदिर बन रहा है।
नड्डा ने कहा कि ये चुनाव किसी प्रत्याशी को जिताने का ही चुनाव नहीं है। यह चुनाव बिहार के विकास का चुनाव है। यह चुनाव सिवान में शांति और अमन कायम करने के लिए है। बिहार में 15 साल पहले शाम के बाद बाजार में निकलने के हिम्मत नहीं होती थी। शहाबुद्दीन यहां अराजकता फैलाता था और लालू के राज में खुलेआम घूमता था। नीतीश कुमारजी के आने के बाद शहाबुद्दीन को पहले यहां की जेल में और फिर तिहाड़ जेल में भेजा गया।