कांग्रेस पर भाजपा का प्रहार: केरल में एपीएमसी एक्ट है? अगर नहीं तो वहां किसानों के साथ क्यों नहीं खड़े राहुल?

कांग्रेस पर भाजपा का प्रहार: केरल में एपीएमसी एक्ट है? अगर नहीं तो वहां किसानों के साथ क्यों नहीं खड़े राहुल?

भाजपा मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि आज भारतीय राजनीति के चिरयुवा, चिरव्याकुल, चिरव्यथित राहुल गांधी ने अपने स्वभाव के अनुरूप निराधार आरोप लगाया। उन्होंने जो बोला है वो आदतन, शरारतन बोला है।

यहां पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं। क्या केरल में एपीएमसी एक्ट है? अगर नहीं है तो वहां के किसानों के साथ आप क्यों नहीं खड़े हैं?

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी) कहा कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ सरकार के संबंध हैं। खाद्य प्रसंकरण की सबसे बड़ी एमएनसी नेस्ले है, उसका पंजाब में लंबे समय से काम चल रहा है। दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है पेप्सिको, 1988 से वहां काम कर रही है। इन बड़ी-बड़ी कंपनियों से पंजाब में लाभ हो रहा है या नुकसान?

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कल (23 दिसंबर) चौधरी चरण सिंहजी की जयंती थी और कल (25 दिसंबर) अटल बिहारी वाजपेयीजी का जन्मदिन है। क्या दोनों पर कांग्रेस ने देशद्रोह के मुकदमे नहीं लगाए? दोनों को जेल में नहीं डाला?

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चौधरी साहब की सरकार को बर्खास्त करने वाले, उन्हें धोखा देने वाले, जेल में डालने, उनके लिए अपशब्द कहने वाले अगर कहते हैं कि हम किसानों के साथ खड़े हैं, तो किसान भाइयों से निवेदन है कि इनकी फितरत को पहचानिए।

वहीं, वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण सिंह ने प्रेसवार्ता में कहा कि इस सुशासन दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी 9 करोड़ किसानों को 18,000 करोड़ रुपए उनके सीधे बैंक खाते में देने वाले हैं।

अरुण सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का संदेश कल (शुक्रवार) 12 बजे सभी किसान भाइयों और आम नागरिकों को प्राप्त होगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और मंत्री, सभी विधायक, सभी मेयर कॉरपोरेट एवं जनप्रतिनिधि भाग लेने वाले हैं।

अरुण सिंह ने कहा कि इसके साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी से लेकर सभी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री को सुनेंगे और उससे पहले अलग-अलग स्थानों पर उनका उद्बोधन होगा।

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