कोलकाता/भाषा। पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में अपने काफिले पर पथराव के एक दिन बाद शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बिमल गुरुंग धड़े के सदस्यों ने उन पर हमले की साजिश रची थी।
घोष ने संवाददाताओं से कहा कि पर्वतीय क्षेत्र की तीन विधानसभा सीटों को देखते हुए तृणमूल ने अब उन ताकतों से हाथ मिला लिया है जिन्हें उसने कभी ‘राष्ट्र विरोधी’ करार दिया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि ममता बनर्जी नीत पार्टी पर्वतीय और दोआर क्षेत्रों में ‘पैसे बांट रही है’ ताकि वहां उसके प्रभाव और आधार में वृद्धि हो सके।
घोष ने कहा, ‘यह सभी पूर्व नियोजित (काफिले पर हमला) था। तृणमूल नेतृत्व को इसकी जानकारी थी और पुलिस ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।’ भाजपा नेतृत्व ने तृणमूल कांग्रेस पर पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में आतंक फैलाने का भी आरोप लगाया।
घोष ने जोर दिया, ‘हमारे कार्यकर्ता भयभीत नहीं हैं … हम डरे हुए नहीं हैं। हम सड़कों पर उतरते रहेंगे। लोग हमारे साथ हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि वे स्वतंत्र रूप से मतदान कर सकें।’ उन्होंने कहा कि भाजपा के कई राष्ट्रीय नेताओं ने इस घटना के बाद उनका हालचाल पूछा। इस घटना में उनका वाहन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणी ‘मौत के खेल से मत नहीं मिल सकता’ का जिक्र करते हुए प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘माननीय प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी के एक दिन बाद पूर्व मेदिनीपुर में हमारे एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई और मेरे काफिले पर हमला किया गया। ये अच्छे संकेत नहीं हैं।’
पुलिस के अनुसार बृहस्पतिवार को अलीपुरद्वार जिले के जयगांव इलाके में घोष के काफिले पर पथराव किया गया था और काले झंडे दिखाए गए थे।