देहरादून/भाषा। तीरथ सिंह रावत बुधवार शाम उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य रावत को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगी।
इससे पहले तीरथ सिंह रावत ने भाजपा नेताओं के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल के समक्ष सरकार के गठन का दावा पेश किया। गौरतलब है कि 70 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के फिलहाल 56 विधायक हैं।
बता दें कि उत्तराखंड के गढ़वाल से भाजपा के सांसद तीरथ सिंह रावत ने राज्य का मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद बुधवार को कहा कि वे मिलजुल कर और सबको साथ लेकर काम करेंगे।
यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रावत ने पार्टी का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्हें जो दायित्व सौंपा गया है वह उसका निर्वहन पूरी निष्ठा से करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने मुझे यह मौका दिया है और इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व का बहुत आभारी हूं।’ रावत ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे वह अच्छी तरह से निभाएंगे।
गढ़वाल के कलगीखल विकासखंड के सीरों में 9 अप्रैल, 1964 को जन्मे तीरथ सिंह रावत छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। वे हेमवती नंदन बहुगुना गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
रावत वर्ष 2012 से 2017 के बीच उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में चौबट्टाखाल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वे प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं।
उन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। राज्य के गठन के बाद वे यहां की पहली सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे।
रावत को मुख्यमंत्री बनाए जाने का भाजपा नेतृत्व को फैसला चौंकाने वाला रहा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में धन सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी के नामों की चर्चा थी।