अब राजीव गांधी खेल रत्न नहीं मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहिए!

अब राजीव गांधी खेल रत्न नहीं मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहिए!

फोटो स्रोत: भाजपा ट्विटर अकाउंट।

नई दिल्ली/भाषा। भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम अब राजीव गांधी खेल रत्न नहीं बल्कि मेजर ध्यानचंद खेल रत्न होगा। भारतीय हॉकी टीमों के टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के बाद इस सम्मान का नाम महान हॉकी खिलाड़ी के नाम पर रखने का फैसला लिया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें देश से भी नागरिकों के अनुरोध मिल रहे हैं कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा जाए।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा। मेजर ध्यानचंद खेलों में भारत को गौरवान्वित और सम्मानित करने वाले अग्रणी खिलाड़ियों में से थे। देश के सर्वोच्च खेल सम्मान का नाम उनके नाम पर ही होना चाहिए।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों के प्रदर्शन ने पूरे देश को रोमांचित किया है। उन्होंने कहा कि अब हॉकी में लोगों की दिलचस्पी फिर से बढ़ी है जो आने वाले समय के लिये सकारात्मक संकेत है। खेल रत्न सम्मान के तहत 25 लाख रुपए नकद पुरस्कार दिया जाता है।

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