संवेदनशीलता और तत्परता से करें जनसमस्याओं का निराकरण : वसुन्धरा

संवेदनशीलता और तत्परता से करें जनसमस्याओं का निराकरण : वसुन्धरा

जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिले में अपनी समस्या के निराकरण की आस लेकर आने वाले परिवादियों को न केवल पूरी संवेदनशीलता से सुनें बल्कि पूरी तत्परता से उनकी तकलीफों को दूर भी करें। राजे शुक्रवार को ८ सिविल लाइन्स पर जनसुनवाई के दौरान कोटा संभाग के विभिन्न जिलों से आए लोगों के अभाव-अभियोग सुन रही थीं। करीब दो घण्टे तक राजे ने संभाग के कोटा, बूंदी, बारां और झालावा़ड जिलों से आए एक-एक व्यक्ति की समस्या सुनीं और अधिकारियों को उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए। कई मामलों में राजे ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मौके पर जाकर परिवादियों को राहत प्रदान करें। मुख्यमंत्री द्वारा की गई जनसुनवाई से लौटते समय फरियादियों के चेहरे पर संतोष के भाव दिखाई दे रहे थे। ृय्द्यॅॅफ् – ु्र्रुींु झ्द्यर्‍ूय्य् ·र्ष्ठैं ृद्भ्यत्र्श्चद्भह्र ·र्ैंह् प्रय्र्‍च्चय्श्न ्यद्बध्ष्ठख्र्‍ ्यद्मद्भरु्यर्टैंजनसुनवाई के दौरान संभाग के विभिन्न जिलों से आए आरएएस-२०१३ परीक्षा के अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग की। राजे ने उन्हें आश्वस्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि चयनितों को जल्द नियुक्ति दी जाए। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि कार्मिक विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है और संभवतः एक सप्ताह में नियुक्ति दे दी जाएगी। जनसुनवाई के दौरान हा़डौती प्रजापति संघर्ष समिति से जु़डे लोगों ने राजे को अपनी परेशानी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कुम्हार समाज के लोगों को स्थानीय स्तर पर आवा-कजावा पद्धति से पकाई जाने वाली ईंट, केलू तथा मिट्टी के बर्तनों की अनुमति प्रदान करने के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की थी, लेकिन इस सम्बन्ध में अधिसूचना जारी नहीं होने के कारण उनसे पेनल्टी वसूल की जाती है। राजे ने इन सभी लोगों की परेशानी को समझते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द-से-जल्द इस सम्बन्ध में अधिसूचना जारी कर लोगों को राहत दें।

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