नई दिल्ली। जनता दल यू के बागी नेता शरद यादव ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उस पर देश की विविधता को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया तथा संविधान की रक्षा और दलितों, किसानों, आदिवासियों और वंचितों के हक के लिए देशवासियों खासकर युवाओं को उठ ख़डे होने का आह्वान किया।यादव ने गुरुवार को यहां विपक्षी दलों के ’’साझा विरासत सम्मेलन’’ को संबोधित करते हुए कहा, आज देश में बेचैनी है। एक ओर भी़ड द्वारा लोगों की पीट-पीट की जा रही हत्याओं से खास समुदाय को डराने की कोशिश की जा रही है दूसरी ओर दलितों और आदिवासियों पर जुल्म बढ रहा है। दलितों पर अत्याचार के खिलाफ सरकार को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वंचित तबका मजबूत नहीं होगा तो देश भी मजबूत नहीं हो सकता। यादव ने कहा कि चीन जिस तरह की ’’दादागिरी और धौंस’’ दिखा रहा है उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। पूरा देश इस पर सरकार के साथ है लेकिन यदि देश अंदर से मजबूत नहीं होगा तो हम चीन को ललकार नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस देश में अनेक धर्म, जाति, सम्प्रदाय और भाषा के लोग हैं और इसकी विविधता ही इसकी खूबी है। तमाम अंतर्विरोधों बावजूद लोगों की विरासत साझी है और सभी परस्पर मेलजोल और सद्भाव के साथ मिलजुलकर रहते हैं लेकिन अब कुछ तत्व इसे ही नष्ट करना चाहते हैं। ये तत्व देश का बंटवारा करके इसे तो़डना चाहते हैं। साझी विरासत को बचाने के लिए उन्होंने देश को जो़डने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यदि मुल्क बंटा तो उसका सबसे ज्यादा नुकसान नौजवनों को उठाना प़डेगा। इसलिए भगत सिंह और सुभाषचंद्र बोस की विरासत को बचाने के लिए उन्हें आगे आना होगा। संविधान की रक्षा करने के लिए लोगों से उठ ख़डे होने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास सबसे ब़डी ताकत बैलेट पेपर की है और इसी का इस्तेमाल करके अन्याय और जुल्म को समाप्त करना होगा। यादव ने कहा कि अहिंसा बहादुरों का हथियार है और विरोध के लिए इसका ही उपयोग किया जाना चाहिए। संविधान में साझी विरासत की बात कही गई है और संविधान गीता, कुरान और बाइबिल जैसे धार्मिक ग्रंथों के समान है।नई दिल्ली। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों ने अपनी शहादत दी थी, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर में घाटी के लोगों को पाकिस्तानी कहा जा रहा है।अब्दुल्ला ने ’’साझी विरासत बचाओ’’ सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि घाटी के लोग अपने हक की ल़डाई ल़ड रहे हैं और सरकार उनका हक छीनने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद घाटी के लोग आसानी से पाकिस्तान जा सकते थे, लेकिन भारत में बराबरी के अधिकार के कारण मुसलमानों ने यहां रहना पसंद किया। उन्होंने कहा ‘हम चीनी, पाकिस्तानी या अंग्रेज मुसलमान नहीं हैं। हम भारतीय मुसलमान हैं और गर्व से ऐसा कहते हैं। दिल्ली की हुकूमत को हमारा दर्द समझना चाहिए।‘ उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान भारत का कुछ भी बिगा़ड नहीं सकता। हमारे अंदर ही चोर है जो देश बांटने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी की ल़डाई अंग्रेजों के खिलाफ थी, लेकिन अब अपने से जंग ल़डनी प़ड रही है।समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने कहा कि समाज में दहशत पैदा करने की कोशिश की जा रही है, ताकि एक नई तरह की स्थिति बने और उससे राजनीतिक फायदा उठाया जाए। कुछ लोग झूठी बात को सही बताने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे लोगों में मनभेद और मतभेद हो। यादव ने सवाल किया कि संविधान की प्रस्तावना में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की बात कही गई है उसका क्या हुआ?तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखेन्दु शेखरराय ने कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आम लोगों को जागरूक करना होगा, ताकि एक मजबूत आन्दोलन की शुरुआत की जा सके। उन्होंने कहा कि संसद के अंदर और बाहर लोगों की आवाज बंद करने की कोशिश की जा रही है और पूरे देश में एक पार्टी का शासन लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। चुनाव के दौरान जो वादा किया गया था उसमें से एक को भी पूरा नहीं किया गया और अब देश की एकता और भाईचारा को खतरे में डाला जा रहा है।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान कम्युनिस्टों ने भी अपनी कुर्बानी दी थी। लोकतंत्र और धर्म निरपेक्षता देश की पहचान है, लेकिन संघ परिवार देश को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहता है। बहुजन समाज पार्टी के नेता वीर सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने भी सम्मेलन को सम्बोधित किया।
मोदी सरकार के खिलाफ शरद यादव की हुंकार
मोदी सरकार के खिलाफ शरद यादव की हुंकार