गन्ने के ठूंठ और कचरे से पेट्रोल बनाने की योजनाओं पर काम कर रही है सरकार : प्रधान

गन्ने के ठूंठ और कचरे से पेट्रोल बनाने की योजनाओं पर काम कर रही है सरकार : प्रधान

लखनऊ। केंद्रीय पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस, उद्यमिता और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि गन्ने के ठूंठ और कचरे से पेट्रोल बनाने की योजनाओं पर सरकार कार्य कर रही है। प्रधान ने कहा, गन्ने का जो बचा हुआ ठूंठ होता है, उससे पेट्रोल बनाने की एक ब़डी योजना पर सरकार काम कर रही है। देश में कचरे से पेट्रोल बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है।प्रधान ने यहां एलपीजी के ३०० नए वितरकों को आशय पत्र वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा, उत्तर प्रदेश में ७०० करो़ड की लागत से तीन बाटलिंग संयंत्र भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास किसानों की आय दोगुनी करने पर है। सरकार ४० रुपए प्रति लीटर की दर से एथनाल खरीदेगी। इससे किसानों की आय दोगुनी करने का भी प्रयास होगा। उन्होंने बताया कि एलपीजी से जु़डी समस्याओं के निस्तारण के लिए देशभर में एक हजार एलपीजी पंचायतों का भी आयोजन किया जाएगा।एलपीजी पर सब्सिडी कटौती पर प्रधान ने कहा कि सरकार का एलपीजी की सब्सिडी कटौती पर कोई प्रस्ताव नहीं है। जो लोग एलपीजी बिना सब्सिडी के खरीद सकते हैं अगर वे स्वतः सब्सिडी छो़ड देंगे तो गरीबों को एलपीजी मिलने में और भी आसानी होगी। प्रधान ने कहा कि उत्तर प्रदेश से वर्ष २०१६ में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत हुई थी। आज १३ महीनों में प्रदेश के ६२ लाख घरों में इस योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। पूरे देश में २१ करो़ड ८५ लाख लोग रसोई गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि एलपीजी सामाजिक परिवर्तन का बहुत ब़डा कारण बन सकता है। प्रधानमंत्री उज्जवजा योजना को योगी ने अच्छे दिनों के आने का प्रमाण बताया। इस मौके पर ३०० नए एलपीजी वितरकों को आशय पत्र प्रदान किए गए। साथ ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नोडल अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।

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