जयपुर। केंद्रीय कप़डा मंत्री स्मृति जुबिन इरानी ने गुरुवार को यहां कहा कि केन्द्र सरकार ने वस्त्र उद्योग को ब़ढावा देने के लिए छह हजार करो़ड रुपए की सहायता उपलब्ध कराई है। उन्होंने कहा कि भारतीय वस्त्र उद्योग में तीन गुना विदेशी पूंजी निवेश बढा है। इरानी ने वस्त्र २०१७ का उद्घाटन करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार वस्त्र उद्योग की समस्याओं के प्रति चिंतित है और लगातार इसको ब़ढावा देने के लिए सतत प्रयत्न कर रही है। इसके तहत सरकार ने छह हजार करो़ड रुपए की सहायता दी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा वस्त्र उद्योग की समस्याओं के निराकरण एवं सुगम व्यापार पर ध्यान दिए जाने के कारण ही भारतीय वस्त्र उद्योग में तीन गुणा विदेशी निवेश ब़ढकर १६१९ बिलियन डॉलर हो गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय वस्त्र उद्योग बहुत बडा क्षेत्र है तथा रोजगार की दृष्टि से यह दूसरा सबसे बडा क्षेत्र है। इस उद्योग से सीधे तौर पर चार करो़ड लोग जु़डे हुए है तथा दो करा़ेड परिवार अप्रत्यक्ष रूप से जु़डे हुए है। केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई मुद्रा योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से बुनकरों को बहुत लाभ मिला है ओर उनकी आय में ५० से ६० प्रतिशत तक की बढोतरी हुई है। केन्द्र सरकार ने इस क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को कुशल बनाने के लिए लागू की गई कौशल विकास योजना से ७० प्रतिशत कारीगर कुशल श्रमिकों की श्रेणी में आ गए है। उन्होंने भारतीय वस्त्र उद्योग की सराहना करते हुए कहा कि इसमें निरतंर निखार आ रहा है। इस क्षेत्र में केवल सा़डी ही नही अपितु अन्य परिधानों ने भी अलग पहचान स्थापित की है। वस्त्र उद्योग में लगातार नई डिजाईनों और विविधताओं के कारण देश विदेश में खरीददारी ब़ढी है। राजस्थान के बगरू प्रिंट की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा किअंर्तराष्ट्रीय स्तर पर इस कला ने अलग पहचान कायम की है तथा देशी विदेशी लोग इसके प्रति आकर्षित हुए है। उन्होंने कहा कि देश में बगरू जैसे कई स्थान है जिनकी कला की गूंज विदेशों में भी है।राजस्थान के उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान के वस्त्र उद्योग ने सम्पूर्ण विश्व में नई पहचान कायम की है और सम्मेलन में विभन्न राज्यों से आये प्रतिभागियों के बीच होने वाले संवाद ओर खरीद फरोक्त के समझौते से इस क्षेत्र में निवेश की विपुल संभावनाएं है।
उद्योग को बढ़ावा देने हेतु छह हजार करोड़ की सहायता : स्मृति
उद्योग को बढ़ावा देने हेतु छह हजार करोड़ की सहायता : स्मृति