हैदराबाद। सरकार, मीडिया, फिल्म उद्योग और अन्य से बच्चों के खिलाफ हमलों पर जागरुकता फैलाने का अनुरोध करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने गुरुवार को कहा कि अपराध की पीि़डत ल़डकियों का सम्मान होना चाहिए क्योंकि वे उनके खिलाफ हुए अपराध के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।उन्होंने कहा, सरकार, लोकप्रिय मीडिया, सिनेमा और जाहिर तौर सोशल मीडिया, खासकर आजकल, मुख्य धारा के मीडिया को नेतृत्व करना चाहिए। इसलिए मीडिया को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। बाल यौन उत्पी़डन और तस्करी के खिलाफ अपनी भारत यात्रा के तहत हैदराबाद आए सत्यार्थी ने भाषा से कहा, मैं इस मार्च के दौरान हर जगह शैक्षणिक संस्थानों के साथ काम कर रहा हूं। उद्योग भी बहुत महत्वपूर्ण साझेदार हैं। इसलिए, सभी को एकसाथ आना होगा। उन्होंने डर में जी रहे पीि़डतों और उनके परिवारों की सालों पुरानी मानसिकता को बदलने का आह्वान करते हुए सुझाव दिया कि पीि़डत बच्चों को अपना शिकार बनाने वालों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। उन्होंने कहा, अंतत: मैं कहूंगा कि जो लोग जिम्मेदार हैं, चाहे वह परिजन हों, चाहे बाहर का कोई व्यक्ति हो, जो बच्चों को निशाना बनाते हैं , उनका सामाजिक रूप से बहिष्कार होना चाहिए। उनका नाम बताकर उन्हें शर्मिंदा किया जाए। सत्यार्थी ने कहा कि अपराध की शिकार ल़डकी का सम्मान होना चाहिए क्योंकि वे उनके खिलाफ होने वाले अपराध के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों का हो सामाजिक बहिष्कार
बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों का हो सामाजिक बहिष्कार