नई दिल्ली। महान स्वाधीनता सेनानी भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत को उनकी १३० वीं जयंती के अवसर पर आज श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर राजधानी में विशेष आयोजन किया गया था जिसमें उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी,अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी,विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन,बिजली राज्य मंत्री आर के सिंह,संसदीय मामलों के मंत्री विजय गोयल और कई सांसदों पडिंत गोविंद बल्लभ पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर पंडित पंत के पैतृक राज्य देहरादून में भी विशेष आयोजन किया गया। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनकी जयंती पर उनका स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा ’’पंडित गोविंद बल्लभ पंत एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, जिन पर हमें गर्व है। उन्होंने कुली, बेगार तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए निर्णायक ल़डाई ल़डी और समाज से इन बुराइयों को मिटाने में अहम भूमिका निभाई।’’पंडित पन्त का जन्म १० सितम्बर १८८७ को अल्मो़डा जनपद के खूंट गांव में हुआ था वे उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्य मन्त्री और भारत के चौथे गृहमंत्री थे। गृहमंत्री के रूप में उनका मुख्य योगदान भारत को भाषा के अनुसार राज्यों को विभक्त करना तथा हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित करना था। शुरू की शिक्षा अल्मो़डा में ग्रहण करने के बाद १९०५ में वह इलाहाबाद चले गए और १९०७ में वकालत की डिग्री ली। इसके बाद १९१० में वह वापस अल्मो़डा चले आए, जहां उन्होंने वकालत शुरू की।
गोविंद बल्लभ पंत को उनकी जयंती पर राष्ट्र ने किया नमन
गोविंद बल्लभ पंत को उनकी जयंती पर राष्ट्र ने किया नमन