मुम्बई। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों के लिए सुगम्य, सस्ती और उत्तम शिक्षा के संदर्भ में दक्षिण और उत्तर भारत के राज्यों के बीच ब़डा फासला है। उन्होंने दक्षिण मुम्बई में अंजुमन-ए-इस्लाम करीमी पुस्तकालय का दौरा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सभी वर्गों के विद्यार्थियों को सस्ती और उत्तम शिक्षा प्रदान कर इस फासले को भरने का प्रयास कर रही है।यहां जारी एक बयान के अनुसार अल्पसंख्यक मामलों के केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘दक्षिण भारत में अल्पसंख्यकों के लिए उत्तम शिक्षा सुविधाएं एवं संसाधन हैं लेकिन उत्तर में ऐसी सुविधाओं का अभाव है।’’ नकवी ने कहा कि उनका मंत्रालय इस फासले को भरने का काम रहा है ताकि अल्पसंख्यक समुदाय के हर छात्र को सस्ती कीमत पर उत्तम शिक्षा मयस्सर हो।उन्होंने कहा, ‘इसके लिए हम तहरीक तालीम अभियान शुरु करने जा रहे हैं।’’ अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय अल्पसंख्यकों के शिक्षा सशक्तीकरण और कौशल विकास पर अपने बजट का करीब ६५ फीसद हिस्सा खर्च कर रहा है। उन्होंनें कहा कि अल्पसंख्यकों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए देश में पांच विश्वस्तरीय संस्थान की स्थापना की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने कहा, ‘बिना तुष्टिकरण के सशक्तीकरण की हमारी नीति ने सुनिश्चित किया है कि अल्पसंख्यक देश की विकास प्रक्रिया में समान भागीदार बनें।’’
दक्षिण भारत अल्पसंख्यक को अच्छी शिक्षा सुविधाएं, उत्तर में नहीं: नकवी
दक्षिण भारत अल्पसंख्यक को अच्छी शिक्षा सुविधाएं, उत्तर में नहीं: नकवी