नई दिल्ली। कांग्रेस ने केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों की तीखी आलोचना करते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि वह अब वित्तीय समाधान एवं जमा राशि विधेयक (एफआरडीआई) लेकर आई है जिससे आम लोगों में भारी दहशत है जो अर्थव्यवस्था के लिए घातक साबित होगी। लोकसभा में २०१७-१८ की पूरक अनुदान मांगों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के वीरप्पा मोइली ने मोदी सरकार को आर्थिक नीतियों पर आ़डे हाथों लेते हुए कहा कि वह आर्थिक सुधारों के नाम पर अपना एजेंडा थोपने की ह़डब़डी में है। नोटबंदी और वस्तु एंव सेवाकर (जीएसटी) इसका ब़डे उदाहरण हैे। इन दोनों ने न सिर्फ असंगठित क्षेत्र को भारी क्षति पहुंचाई बल्कि महंगाई और भ्रष्टाचार को रोकने में भी नाकाम रहे हैं। ह़डब़डी का ही नतीजा था कि सरकार को विरोध के चलते बाद में जीएसटी की दरों को कई बार संशोधित करना प़डा। अब वह एफआरडीआई लाकर एक और गलती कर रही है।मोइली ने कहा कि सरकार ने एफआरडीआई विधेयक के जरिये डूबे कर्ज के बोझ तले दबे बैंकों को उबारने का रास्ता निकाला है लेकिन यह आम लोगों की जमाराशि की कीमत पर होने वाला है। इससे लोगों में भारी दहशत है। घरेलू जमा घटकर ३० प्रतिशत पर आ गया है जो अर्थव्यवस्था के लिए बहुत घातक होगी।
एफआरडीआई विधेयक से दहशत : मोइली
एफआरडीआई विधेयक से दहशत : मोइली