कर्नाटक में कांग्रेस हारी हुई लड़ाई लड़ रही है : जावड़ेकर

कर्नाटक में कांग्रेस हारी हुई लड़ाई लड़ रही है : जावड़ेकर

बेंगलूरु। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जाव़डेकर ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी जो देश के ज्यादातर राज्यों में समाप्त हो चुकी है उसका इस वर्ष कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के बाद आखिरी प्रमुख ग़ढ भी ढह जाएगा। पार्टी के प्रदेश कार्यालय के मीडिया सेक्शन में काम करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि वर्ष-२०१४ के लोकसभा चुनाव से काफी पहले कांग्रेस हार की ओर बढ चुकी थी क्योंकि पार्टी एक परिवार ‘गांधी परिवार’’ पर निर्भर थी।उन्होंने कहा कि अब हम उत्तर पूर्वी राज्यों में होने वाले चुनावों को देख रहे हैं और वहां भी कांग्रेस बुरी तरह हारेगी। साथ ही कांग्रेस का अंतिम सहारा कर्नाटक भी जल्द ही उसके हाथ से बाहर हो जाएगा जो पिछले सा़ढे चार साल के दौरान सिद्दरामैया सरकार के भ्रष्ट शासन से परेशान हो चुका है। जाव़डेकर ने कहा कि भाजपा को लोकतांत्रिक तरीके से सोचने और नरेंद्र मोदी जैसे सामान्य नागरिक को प्रधानमंत्री जैसे शीर्ष पद पर ले जाने के कारण पूरे देश में और हर राज्य में इसका लाभ मिला। साथ ही पार्टी ने जमीनी स्तर के लोगों को आगे बढाया और रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बने जबकि एक किसान के पुत्र वेंकैया नायडू देश के उपराष्ट्रपति बने। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए अब मात्र पूर्वोत्तर में कुछ राज्य शेष बचे हैं जहां वह सत्ता में है लेकिन उन राज्यों में भी पार्टी आगामी चुनाव में हार जाएगी। साथ ही कर्नाटक में भी कांग्रेस हारेगी और भाजपा कर्नाटक में सत्ता हासिल करेगी। इस प्रकार अगले चार महीनों में भारत को ’’कांग्रेस मुक्त’’ बनाने का भाजपा का अंतिम लक्ष्य पूरा होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास राहुल गांधी के अलावा अन्य कोई नेता नहीं है लेकिन राहुल के पास वह क्षमता नहीं है कि कि वह ’’तेजी से लुप्त होती’’ इस राष्ट्रीय पार्टी को आगे ले जा सकें। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रियर व्यू मिरर में देखकर देश चला रहे हैं लेकिन वास्तविक तथ्य यह है कि अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय को नजरअंदाज करके राहुल गांधी ने ऐसे सभी रियर व्यू मिरर को कांग्रेस हटा दिया है। जब एक पार्टी के शीर्ष नेता पीछे मु़डकर यह नहीं देखते हैं कि उनकी पार्टी देश भर में क्यों हार रही है तभी कांग्रेस जैसी राजनीतिक पार्टी का अंत हो रहा है।

About The Author: Dakshin Bharat