कांग्रेसी का दृ़ढ मत है कि टीपू सुल्तान हीरो: शशि थरूर

कांग्रेसी का दृ़ढ मत है कि टीपू सुल्तान हीरो: शशि थरूर

बेंगलूरु। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने दावा किया है कि पूर्ववर्ती मैसूर साम्राज्य के शासक टीपू सुल्तान ने कई ऐसे कारनामे किए थे, जिनके कारण कांग्रेस उन्हें देश के हीरो के रूप में मान्यता देती है। उन्होंने अपने जीवन में बहादुरी और जांबाजी के कई वाकये दर्ज कराये थे। बहरहाल, अन्य राज्यों पर हमलों के लिए थरूर ने टीपू की सीमित आलोचना भी की है। शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान उनसे पूछा गया कि भारतीयों को ताकत का प्रयोग कर इस्लाम कबूल करवाने की कोशिश करने के आरोपी टीपू सुल्तान को कांग्रेस बतौर हीरो प्रदर्शित करने में क्यों जुटी हुई है? इस प्रश्न के उत्तर में शशि थरूर ने कहा कि इन दिनों युद्ध के मैदान से अधिक ल़डाई इतिहास के मैदान पर ल़डी जाने लगी है। उन्होंने कहा कि पुराने दिनों में कई शख्सियतों ने अपने पीछे एक जटिल विरासत छो़डी है। भाजपा की तरह इतिहास को एक ’’कच्चे नकल’’ का काम बना देना सही नहीं है। टीपू सुल्तान कइयों के हीरो हैं तो कइयों के खलनायक। इसके बावजूद यह नहीं भुलाया जा सकता है कि भारत में ब्रिटिश उपनिवेशवाद का प्रसार रोकने के लिए उन्होंने बेहद कठिन त्याग किया था। उन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार करने के लिए अन्य राज्यों पर हमले भी किए लेकिन कांग्रेस का दृ़ढ मत है कि उन्हें देश के हीरो का दर्जा ही मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, ’’कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को इतिहास पर ध्यान देने दें, कांग्रेस को देश के भविष्य का ख्याल रखने दें्। कांग्रेस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कर्नाटक एक अधिक समृद्ध और खुशहाल राज्य बने, इसका भविष्य अधिक उज्ज्वल हो।’’ वहीं, पीएफआई और एसडीपीआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग के बारे में थरूर का कहना था, ’’अगर आप उन पर प्रतिबंध लगाते हैं तो वह छिपकर काम करने लगेंगे। इससे आपके सामने और अधिक परेशानियां और चुनौतियां ख़डी हो जाएंगी। यह कदम तभी उठाना चाहिए जब कोई और विकल्प ही न बचा हो। यह सरकारों की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है कि ऐसे संगठनों को गैर-कानूनी करार देने में कोई हिचकिचाहट न हो। हम चाहते हैं कि सभी प्रकार के मतभेदों को वार्ता की मेज पर लाया जाए और बातचीत के जरिए समस्याओं का हल तलाशा जाए्।’’

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