नई दिल्ली/भाषा। पेट्रोल की कीमतों में रविवार को 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। वहीं डीजल के दाम 14 पैसे प्रति लीटर घटाए गए। पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने वैश्विक कीमतों में गिरावट के रुख अनुरूप पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 69.75 रुपए प्रति लीटर और डीजल 62.44 रुपए प्रति लीटर पर आ गया है।
उद्योग सूत्रों ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कहीं ऊंची रहती, लेकिन सरकार ने शनिवार को ईंधन पर उत्पाद शुल्क में तीन रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। पेट्रोलियम कंपनियों का कहना है कि वे खुदरा कीमतों में कटौती कम रख रही हैं, क्योंकि इन पर उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया है।
इन कंपनियों ने कहा कि उन्हें जो लाभ हुआ है उसे मूल्य वृद्धि के साथ समायोजित किया गया है। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की वजह से ऐसा करना जरूरी है। सरकार ने शनिवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में तीन-तीन रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की। इससे सरकार को 39,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क दो रुपए बढ़ाकर आठ रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपए बढ़कर अब चार रुपए प्रति लीटर हो गया है। इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला सड़क उपकर भी एक-एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है।
इस वृद्धि के बाद पेट्रोल पर अब उपकर सहित सभी तरह का उत्पाद शुल्क 22.98 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 18.83 रुपए प्रति लीटर हो गया है। नरेंद्र मोदी सरकार ने जब पहली बार 2014 में सत्ता संभाली थी उस समय पेट्रोल पर कर की दर 9.48 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर थी।
सरकार ने नवंबर, 2014 से जनवरी, 2016 के दौरान पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में नौ बार बढ़ोतरी की है। इन 15 माह की अवधि के दौरान पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 11.77 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13.47 रुपए प्रति लीटर बढ़ाया गया। इससे 2016-17 में सरकार का उत्पाद शुल्क संग्रह 2014-15 के 99,000 करोड़ रुपए से दोगुना से अधिक होकर 2,42,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।