झारखंड: लॉकडाउन सख्ती से लागू करने को रांची के हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ की तैनाती

झारखंड: लॉकडाउन सख्ती से लागू करने को रांची के हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ की तैनाती

सांकेतिक चित्र

रांची/भाषा। झारखंड की राजधानी रांची के कोरोना वायरस हॉटस्पाट (संक्रमण से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र) बने हिंदपीढ़ी इलाके में लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने और संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए मंगलवार सुबह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की दो कंपनियां तैनात कर दी गईं।

रांची के पुलिस उपमहानिरीक्षक एवी होमकर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्णय के अनुरूप आज सुबह हिंदपीढ़ी इलाके में सीआरपीएफ की दो कंपनियां तैनात कर दी गईं। केंद्रीय बल के जवानों ने पूरे इलाके में फ्लैगमार्च कर वहां की पूरी सुरक्षा संभाल ली। इस इलाके से किसी को कहीं भी आने-जाने की छूट नहीं दी जाएगी।

राजधानी रांची के 75 में से 62 मामले सिर्फ हिंदपीढ़ी इलाके से मिलने के बाद राज्य सरकार ने यहां लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए सीआरपीएफ की तैनाती करने का निर्णय सोमवार को किया था।

इस फैसले के बारे में सोमवार को झारखंड के पुलिस महानिदेशक एमवी राव ने जानकारी देते हुए कहा था कि राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराए जाने की आवश्यकता है, अतः राजधानी रांची में सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सौंपी जाएगी।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाउन को और सख्ती से लागू किए जाने की आवश्यकता है। इसमें छूट नहीं दी जा सकती है।’

उन्होंने सख्त संदेश में कहा, ‘कोई भी इस महामारी की स्थिति में राजनीति न करे। कोई भी नियमों का उल्लंघन न करे। नियमों का पालन न करने पर और विभिन्न समुदायों में वैमनस्य पैदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस महामारी की स्थिति पर यहां मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोमवार को बातचीत की थी। रांची में रविवार को 13 और गढ़वा में दो नए कोरोना वायरस संक्रमित मरीज पाए गए थे जबकि सोमवार को यहां से 20 मामले सामने आए थे जिन्हें मिलाकर राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या 103 तक पहुंच गई।

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