नई दिल्ली/दक्षिण भारत। मोदी सरकार ने एलएसी पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच उसके खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बुधवार को पबजी समेत 118 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। प्रतिबंधित ऐप में पबजी के अलावा लिविक, वीचैट वर्क और वीचैट रीडिंग, ऐपलॉक, कैरम फ्रेंड्स शामिल हैं।
इस संबंध में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने धारा 69ए का उपयोग करते हुए उक्त ऐप पर ताला लगाने का फैसला किया है। बताया गया है कि इन ऐप के बारे में कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। बयान में कहा गया कि ये ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक थे।
मंत्रालय के अनुसार, ये ऐप देश की संप्रभुता, अखंडता, रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा बन चुके थे। इनके बारे में मिलीं शिकायतों में कहा गया था कि ये यूजर्स की सूचनाएं चुरा लेते हैं।
मंत्रालय ने कहा, इस कदम से भारत के करोड़ों मोबाइल और इंटरनेट यूजर्स के हितों की रक्षा होगी। यह फैसला भारत के साइबर स्पेस की सुरक्षा और संप्रभुता को सुनिश्चित करने के इरादे से लिया गया है।
बता दें कि भारत की ओर से चीन के खिलाफ यह तीसरी ‘डिजिटल स्ट्राइक’ है। इससे पहले, जून में भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स को राष्ट्रीय सुरक्षा और यूजर्स की निजता के लिए खतरा मानते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंधित ऐप्स में टिकटॉक और हेलो भी शामिल थे।
बाद में, जुलाई में भी 47 चीनी ऐप पर सरकार का चाबुक चला। वहीं, अमेरिका में इस पहल को सराहा गया एवं वहां चीनी ऐप पर भारत के समान ही कार्रवाई किए जाने को लेकर आवाज उठी। अब एक बार फिर सरकार ने चीनी ऐप के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए इन पर पाबंदी का ऐलान कर दिया है।