नई दिल्ली/दक्षिण भारत। ब्रिटेन से आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है। भारत में इसके मामले पाए जाने के बाद आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में यह सेहत को लेकर मुश्किलें बढ़ा सकता है, चूंकि कोरोना की वजह से स्थिति पहले ही चुनौतीपूर्ण है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 20 ऐसे लोगों में नया स्ट्रेन पाया गया है जो हाल में ब्रिटेन से भारत आए थे। इनमें से छह मामले तो 29 दिसंबर को सामने आए। अगर जारी महामारी में कोरोना का नया स्ट्रेन भी प्रसारित होता है तो हालात और मुश्किल हो सकते हैं।
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि जांच में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उसने ब्रिटेन से लौटे लोगों में नए स्ट्रेन की आशंका को ध्यान में रखते हुए लक्षणों की अनदेखी न करने और सावधानी बरतने की बात को रेखांकित किया है।
बता दें कि जिन लोगों में नए स्ट्रेन का संक्रमण पाया गया है, उन्हें उनके राज्य की सरकारों द्वारा आइसोलेशन में रखा गया है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि उनके सहयात्री कौन थे, वे हाल में किसके संपर्क में आए और कहां-कहां गए, ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके।
इसका एक पहलू यह भी है कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक (जिसके बाद भारत ने ब्रिटेन से हवाई सेवाएं निलंबित कर दीं) ब्रिटेन से भारत आए लोगों की तादाद करीब 33,000 है। अब तक इनमें से 100 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
ब्रिटेन से वायरस का नया स्ट्रेन भारत के अलावा फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन, इटली, जर्मनी, अमेरिका, जापान, सिंगापुर जैसे कई देशों में पाया गया है। दक्षिण अफ्रीका में एक और स्ट्रेन मिलने के समाचार हैं। ऐसे में मास्क, स्वच्छता, सोशल डिस्टेंसिंग और सभी सावधानियों पर अमल करना ही वायरस के संक्रमण से बचाव का उपाय है।