नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुलमर्ग में दूसरे ‘खेलो इंडिया’ शीतकालीन खेलों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को शीतकालीन खेलों का गढ़ बनाने की दिशा में यह अहम कदम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों का दूसरा संस्करण शुरू हो रहा है। यह शीतकालीन खेलों में भारत की प्रभावी उपस्थिति के साथ ही जम्मू-कश्मीर को इसका एक बड़ा हब बनाने की तरफ बड़ा कदम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलमर्ग में हो रहे ये खेल दिखाते हैं कि जम्मू-कश्मीर शांति और विकास की नई बुलंदियां छूने के लिए कितना तत्पर है। ये खेल जम्मू-कश्मीर में एक नया खेल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में मदद करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू और श्रीनगर में दो खेलो इंडिया उत्कृष्टता केंद्र और 20 जिलों में खेलो इंडिया केंद्र युवा खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ी सुविधाएं हैं। ऐसे केंद्र देशभर के हर जिले में खोले जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्पोर्ट्स सिर्फ एक हॉबी या टाइमपास नहीं है। स्पोर्ट्स से हम टीम स्पिरिट सीखते हैं, हार में नई राह खोजते हैं, जीत को दोहराना सीखते हैं, संकल्पित होते हैं। आज खेल एक ऐसा क्षेत्र बन गया है जो पूरी दुनिया में देश की छवि का भी, देश की शक्ति का भी परिचय कराता है। दुनिया के कई छोटे-छोटे देश खेल के कारण अपनी पहचान बनाते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी स्पोर्ट्स को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है। पहले स्पोर्ट्स को सिर्फ एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी माना जाता था, अब स्पोर्ट्स पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा। स्पोर्ट्स की ग्रेडिंग भी बच्चों की शिक्षा में काउंट होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब आप खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाएं, तो यह भी याद रखिएगा कि आप सिर्फ एक खेल का ही हिस्सा नहीं हैं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं। आप जो मैदान में कमाल करते हैं, उससे दुनिया भारत का मूल्यांकन करती है।