‘उन्नत तकनीक के जरिये किसानों की माली हालत में सुधार संभव’

‘उन्नत तकनीक के जरिये किसानों की माली हालत में सुधार संभव’

कानपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि कृषि क्षेत्र में उन्नत तकनीक के जरिये किसानों की आर्थिक हालत को बेहतर किया जा सकता है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में कृषि वैज्ञानिकों की महापंचायत में योगी ने कहा कि प्रदेश में करीब एक दशक से किसान मौसम की मार झेल रहे हैं, ऐसे में कृषि वैज्ञानिक कृषकों को उन्नति तकनीक प्रदान करें जिससे उनकी आमदनी दोगुना हो सके। कृषि वैज्ञानिक किसानों को ऐसी तकनीक मुहैया कराए ताकि कम लागत, कम पानी और कम बारिश में भरपूर फसल पैदा की जा सके।देश और प्रदेश में किसानों की खुदखुशी की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने चिंता जताते हुए उन्हें मुख्यधारा में लाने के साथ खेती-किसानी में हो रहे घाटे को दूर करने पर कृषि वैज्ञानिकों से राय मांगी। सूखा, ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के चलते किसान की फसलें लगातार बर्बाद होने व उनसे निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने योगी को कुछ सुझाव दिए। योगी ने कहा कि इस साल मानसून बेहतर रहने की संभावना है। ऐसे में कृषि वैज्ञानिक यह तय कर लें कि कृषकों की आमदनी दोगुना करने के लिए बेहतर तकनीक कृषकों को उपलब्ध कराएं। साथ ही कृषि अधिकारी खुद जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग करें। कृषकों को उन्नतिशील बीज हर हाल में मुहैया कराया जाय।सीएसए स्थित भारतीय कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी) में २४वें वार्षिक कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री ने किसानों को उनके उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने, उनकी आय ब़ढाने और किसानों की समस्याओं पर कृषि वैज्ञानिकों के साथ मंथन किया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्रों की उपलब्धि और चालू वित्तीय वर्ष में लक्ष्य की जानकारी भी ली।योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान गेहूं, गन्ना, सहित अन्य फसलें उगाते हैं, जो बेमौसम बारिश और सूखा प़डने के चलते खराब हो जाती हैं। किसानो को फल सब्जी व बागवानी जैसे अन्य फसलों को उगाने के लिए प्रेरित किया जाय। इससे वो कम समय में फसल तैयार कर लेगा और अच्छा मुनाफा भी कमाएगा।

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