जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बुधवार शाम सचिवालय स्थित राजस्थान सम्पर्क हैल्पलाइन १८१ कॉल सेंटर का आकस्मिक दौरा किया। उन्होंने जनशिकायतों के निस्तारण के लिए शुरू किए गए इस कॉल सेंटर में लगभग डे़ढ घंटे तक निस्तारण की प्रक्रिया और तकनीकी पहलुओं का जायजा लिया। राजे शाम सात बजे कॉल सेंटर पहुंची जहां उन्होंने कॉल सेंटर कर्मियों के साथ शिकायतें दर्ज होने से लेकर निस्तारण तक की पूरी प्रक्रिया की गहनता से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने समस्याओं के निस्तारण पर शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि का जायजा लेने के लिए कॉल सेंटर पर रिकॉर्ड की जाने वाली रेंडम कॉल सुनी और शिकायत निस्तारण के सत्यापन की जांच की। ध्य्ंप् ·र्ैंय्स्रध् फ्रुद्मर्, त्ररुद्य़त्र द्यय्ब्त्र ·र्ष्ठैं ्यख्रॅ ्यद्मख्रष्ठश्चप्रय् मुख्यमंत्री ने कॉल सेंटर पर एक लाइव कॉल भी सुनी, जिसमें दौसा के बांदीकुई स्थित इनाम की ढाणी के शिकायतकर्ता मातादीन द्वारा खराब हैण्डपम्प की शिकायत के निस्तारण के सत्यापन को गलत पाया गया। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रकरण की समस्त जानकारी तुरन्त एकत्र करवाई। इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए गए कि हैण्डपम्प तुरन्त दुरुस्त कर शिकायतकर्ता को राहत प्रदान की जाए। राजे ने कहा कि दर्ज शिकायतों का निस्तारण ही काफी नहीं है, बल्कि उनका सही सत्यापन भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिकायतों के निस्तारण का प्रतिशत ब़ढाने के साथ ही आमजन के संतोष का स्तर और ब़ढाना होगा। उन्होंने कॉल सेंटर अधिकारियों को निर्देश दिए कि परिवादियों की शिकायतों को पूरी संवेदनशीलता और सजगता से समझें और तत्काल कार्यवाही के लिए भिजवाएं।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा ने सम्पर्क हैल्पलाइन कॉल सेंटर का किया आकस्मिक दौरा
मुख्यमंत्री वसुन्धरा ने सम्पर्क हैल्पलाइन कॉल सेंटर का किया आकस्मिक दौरा