लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार अगले पांच सालों में ७० लाख युवाओं को अपने कार्यक्रमों के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी। योगी ने वह वन डि्ट्रिरक्ट, वन प्रोडक्ट योजना के जरिए रोजगार दिलाने की दिशा में आगे ब़ढने के संकेत भी दिए। मुख्यमंत्री ने यहां प्रथम रोजगार समिट का उद्घाटन करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा, जिस तरीके से लोगों ने पूंजी निवेश के लिए उत्तर प्रदेश को चुना है। उनका जो रुझान और उत्साह दिख रहा है… हमारा मानना है कि हमारे पास आने वाले पांच वर्षों के दौरान एक करो़ड नौजवान बेरोजगार होंगे, उसमें से ७० लाख को हम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे… अपने कार्यक्रमों के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कृषि को रोजगार के साथ जो़डा है। चूंकि, कृषि बहुत ब़डा क्षेत्र है, लिहाजा इसमें रोजगार की अपार सम्भावनाएं हैं।योगी ने कहा कि प्रदेश के ७५ जिलों में बहुत से ऐसे हैं, जहां कोई परम्परागत उद्योग रहे हैं। उन्होंने कहा, हम क्या उत्तर प्रदेश के अंदर ऐसा कर सकते हैं कि वन डि्ट्रिरक्ट वन प्रोडक्ट के आधार पर प्रदेश का विकास करें? भदोही का कालीन उद्योग, अलीग़ढ का ताला उद्योग, मुरादाबाद का पीतल उद्योग आदि। वाराणसी के सा़डी उद्योग को कोई प्रोत्साहन नहीं मिला है। हम क्यों ना वन डि्ट्रिरक्ट वन प्रोडक्ट को जो़डें। उन्होंने कहा, हमें अपने युवाओं पर भरोसा करना चाहिए, जो विपरीत परिस्थितियों में भी मजबूती से ख़डा होता है। जब भी समाज के सामने संकट होता है तो युवा ख़डा होता है, मगर जब उसके रोजगार की बात आई तो कोई ठोस काम नहीं हुआ। हमने नई औद्योगिक नीति में रोजगार को खास महत्व दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से ४५-५० साल पहले उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिक का प्रवास कलकत्ता की तरफ होता था, मगर वहां की यूनियनबाजी ने सब चौपट कर दिया। आज बंगाल की क्या स्थिति है। उत्तर प्रदेश उन राज्यों में से हैं जिसने श्रम कानूनों को सरल बनाया है, लिहाजा लोग इस सूबे से जु़डकर कार्य करें।
अगले पांच वर्ष में 70 लाख युवाओं को उपलब्ध कराएंगे रोजगार : योगी
अगले पांच वर्ष में 70 लाख युवाओं को उपलब्ध कराएंगे रोजगार : योगी