अहमदाबाद। चुनाव आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि गुजरात में विधानसभा चुनाव इस साल दिसंबर में होंगे। आयोग पहली बार प्रायोगिक तौर पर राज्य के सभी १८२ विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक मतदान केंद्र को पूरी तरह महिला संचालित बनाएगा यानी वहां मतदानकर्मी से लेकर सुरक्षाकर्मी तक सभी महिलाएं ही होंगी। सभी मतदान केंद्रों पर विकलांग वोटरों के लिए भी रैंप समेत अन्य सुविधाएं होंगी। चुनाव को लेकर जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त एके जोति ने मंगलवार को यहां दो अन्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत तथा सुनील अरोरा और गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी स्वेन की मौजूदगी में चुनाव के सिलसिले में दो दिन तक हुई विभिन्न समीक्षा बैठकों के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव दिसंबर में ही होंगे हालांकि इनकी तिथि और चरण आदि के बारे में बाद में घोषणा की जाएगी। यह पूछे जाने पर कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आयोग की घोषणा के पहले ही दिसंबर में चुनाव होने की बात कैसे कह दी थी, जोति ने कहा कि इसमें कोई ब़डी अथवा गलत बात नहीं है क्योंकि सब को पता है कि गुजरात की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल २२ जनवरी २०१८ को समाप्त हो रहा है इसलिए इसे सामान्य तौर पर दिसंबर में होना चाहिए। जोति ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों से चुनाव की तिथि के बारे में अलग अलग सुझाव मिले हैं। गुजरात में १५ दिसंबर से १५ जनवरी तक शादी विवाह का सत्र होने की बात भी सामने रखी गई है। चुनाव की तिथि तय करते समय इन सब पर विचार होगा। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मतदाता पहचान पत्र को आधार से अनिवार्य रूप से जो़डने की प्रक्रिया को इससे संबंधित विवादों की सुनवाई उच्चतम न्यायालय में होने के चलते रोका गया है।
गुजरात विधानसभा चुनाव दिसंबर में, तिथि और अन्य घोषणाएं शीघ्र : आयोग
गुजरात विधानसभा चुनाव दिसंबर में, तिथि और अन्य घोषणाएं शीघ्र : आयोग