पटना। शिक्षा के क्षेत्र में मैट्रिक, इंटर और स्नातक की परीक्षाओं में विवादों से नाता जोड़े हुए बिहार प्रांत में फिर से एक नई चर्चा अथवा लापरवाही की हद दिखलाई दी हैं। स्नातक कामर्स की आहुत की गई परीक्षा में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा से भगवान शिव के पुत्र गणेशजी के नाम का कॉमर्स पार्ट वन की परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी किया गया है।
मीडिया की सुर्खियां बटोर रही इस खबर के बाद जहां विश्वविद्यालय की लापरवाही का मखौल उड़ाया जा रहा है वहीं इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाया है।
जानकारी के मुताबिक स्नातक पार्ट वन कॉमर्स की परीक्षा के लिए कृष्णकुमार राय नाम के परिक्षार्थी के जारी एडमिट कार्ड पर उसकी बजाए भगवान गणेश का फोटो लगा है। यही नहीं, हद की बात है कि हस्ताक्षर भी कृष्णकुमार की बजाय इस प्रवेशपत्र पर फोटो के नीच गणेश नाम का किया हुआ है।
4 अक्टूबर को शुरु हुई इस परीक्षा में इस अभ्यर्थी को परीक्षा में शामिल होने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी, वेबसाइट के जरिए डाउनलोड कर प्रवेश पत्र के साथ जब कृष्णकुमार परीक्षा केन्द्र पहुंचा तो फोटो मिलान नहीं हुआ, अंततः काफी बवाल के बाद वैकल्पिक पहचान पत्र के आधार पर परीक्षा में वह शामिल हो पाया।
जानकारों के मुताबिक विश्वविद्यालय की इस लापरवाही से परीक्षा जैसे संवेदनशील विषय पर गंभीरता नहीं दिखाना पूरे प्रबंधन व शैक्षणिक व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों को सवालों के घेरे में ला खड़ा करता है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं में फर्जी टॉपर्स के किस्सों से राष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी कराने वाले बिहार प्रदेश की विभिन्न परीक्षाओं में भांति-भांति के विवाद होते रहे हैं।
जिसके तहत प्रवेश पत्र व अंक तालिकाओं में अनेक गड़बड़ियां सामने आई है।